पश्चिम बंगाल के जानेमाने लोक गायक अमर पाल का शनिवार को निधन हो गया। वह 97 वर्ष के थे। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार श्री पाल का यहां के एक निजी अस्पताल में आज शाम निधन हो गया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गायक के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट््वीट किया,‘‘ जानेमाने गायक के निधन की खबर से मुझे बेहद दुख हुआ है। हीरा राज देश और निमन्त्रण जैसी फिल्मों में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है।’’
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श्री पाल को उनकी मधुर आवाज और पारंपरिक बंगाली लोकगीत अथवा बंगाली लोक गीतों की शुद्ध प्रस्तुति के लिए जाना जाता है। उन्होंने बंगाल के पश्चिमी या पूर्वी भाग की कई बोलियों में गाया है।
श्री पाल का जन्म ब्राह्मणबेरिया(अब बंगलादेश) में हुआ था। वह पहले लोक गायक हैं जिनका 1951 में ऑल इंडिया रेडियो(कोलकाता) पर गीत प्रसारित हुआ था।
जब वह 10 वर्ष के थे तो उनके पिता का देहांत हो गया था। उन्होंने लोक गायिकी की प्राथमिक शिक्षा अपनी मां दुर्गासुंदरी से प्राप्त की थी। उन्होंने अयात अली खान से आठ साल तक शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली। लोक गीत को प्रसिद्धी दिलाने में उनकी भूमिका अग्रणी रही है।