महाराष्ट्र सरकार द्वारा मांग मानने का भरोसा दिए जाने के बाद मुंबई में किसानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। गुरुवार शाम को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानभवन में किसान नेताओं से मुलाकात की और उनकी सभी मांगे मानने का भरोसा दिलाया। इसके बाद किसानों ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया।
आपको बता दे कि महाराष्ट्र के करीब 20 हज़ार किसान अपनी मांगों को लेकर मुंबई के आजाद मैदान पहुंचे थे। बता दे कि किसान आज सुबह 4:30 बजे चूनाभट्टी के सोमैया मैदान से मुंबई के आजाद मैदान के लिए रवाना हुए थे। इससे पहले भी किसानों ने बड़ा प्रदर्शन किया था।
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किसान अपनी मांग को लेकर सड़को पर उतरे है। इनकी मांग मुख्य रूप से लोड शेडिंग की समस्या, वनाधिकार कानून लागू करने, सूखे से राहत, न्यूनतन समर्थन मूल्य, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू जैसी मांगे है।
किसानों का कहना कि पिछले प्रदर्शन करने के 9 महीने हो गए है। जिनमे से किसानों को गए आश्वासन अभी तक पुरे नहीं हुए है। किसानों कि इस आंदोलन में कई माजिक कार्यकर्ता और किसान आंदोलनों से जुड़े लोग शामिल हैं। संगठन का कहना है। कि अगर महाराष्ट्र सरकार ने ठोस आश्वासन नहीं दिया जाता है तो आंदोलन को और आगे बढ़ाया जा सकता है।
महाराष्ट्र का बड़ा हिस्सा हर साल सूखे की चपेट में आता है साथ ही किसानों की आत्महत्या सरकार के लिए गंभीर चुनौती का विषय है। मार्च महीने में किसानों के प्रदर्शन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि सरकार उनके मुद्दों को । सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक है।
उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर चर्चा के लिए हमने मंत्रियों की एक समिति बनाई। हालांकि बाद में आजतक के कार्यक्रम में ही मुख्यमंत्री ने कहा कि नासिक से चलकर जो लोग मुंबई आए थे, उनमें से एक भी किसान नहीं था, बल्कि वे आदिवासी थे और वे खेती करने के लिए राज्य सरकार से जमीन मांग रहे थे।