लुधियाना- बठिंडा : पिछले 4 महीनों से अधिक समय से जिला बठिंडा के सिविल व पुलिस प्रशासन द्वारा किसानों की लटक रही मांगों के बारे में ध्यान में आने के बाद प्रशासन द्वारा केवल वायदे करके हल करने के रोष में आज मांगे हल करवाने के इरादे से आए भारतीय किसान यूनियन ऐकता उगराहां जिला बठिंडा की अगुवाई में नेताओं व किसान वर्कर महिला व पुरुष आज आईटीआई जाम करने की तैयारी थी,पंरतु पुलिस की चौकसी के कारण किसानों को हाजीरत्न चौंक पर धरना देकर उसे जाम करना पड़ा। आज के इक_ में किसानों को संबोधित करते हुए जिला प्रधान शिंगारा सिंह मान व महिला विंग की जिला प्रधान हरिंदर बिट्टू ने कहा कि गांव लेहरा बेगा कि किसान जसवंत सिंह ने 10मई को पटवारी जगजीत सिंह व उसके दो अन्य साथियों द्वारा कथित धोखाधड़ी से तंग आकर खुदकुशी कर ली थी।
उक्त पटवारी ने किसान जसवंत सिंह को उसकी अकवायर हुई जमीन का बनता &4लाख रुपये किसी अन्य हिस्सेदार को मिली भुगत करके दे दिया था। जत्थेबंदी द्वारा संघर्ष के जोर पर उक्त तीनों दोषियों को खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने की धारा तहत गिर तार करके जेल भेज दिया,पंरतु अभी बार-बार मिलने पर जिला प्रशासन ने पटवारी के धोखाधड़ी की जांच करके न तो उसके खिलाफ धोखाधड़ी का पर्चा दर्ज किया है तथा न ही पीडि़त परिवार को बनता जमीनी मुआवजा व अन्या किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी का इंसाफ मिला है। परिवार को आर्थिक राहत 10लाख रुपये व 1 व्यक्ति को सरकारी नौकरी की मांग भी उसी तरह लटक रही है। जिला सीनियर उपप्रधान कोटड़ा व जिला जनरल सचिव जगजीत सिंह भुदड़ ने कहा कि गांव योद के किसान टेक सिंह ने 8 अगस्त को कर्जें कारण खुदकुशी कर ली थी तथा किसान ने खुदकुशी के लिए जि मेवार दोषी रामपुरा के आड़तिया सुरेश बाहिया को खुदकुशी नोट में लिखा था।
उक्त आड़तिये के खिलाफ पर्चा होने के बाद &1अगस्त को जमानत भी रद्द हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक अभी तक आगे जमानत की अर्जी न लगाने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने सरकार की प्रस्ती में आड़तिये को गिर तार नहीं किया। पीडि़त परिवार को आर्थिक राहत के लिए दिया 5 लाख का चैक बैंक में बाऊस होने पर नेताओं ने कहा कि प्रशासन पीडि़त परिवार के मुखी की मौत कारण ज मों पर मल्हम लगाने की बजाय नमक छिड़क रही है। किसान नेता दर्शन सिंह माईसरखाना व ब”ातर सिंह नंगला ने कहा कि गांव लालेआणा के किसान इकबाल के साथ फर्जी जमाबंदी व धोखे से मारी 25 लाख की ठगी का दोषियों जगमीत सिंह,अजैब सिंह वासी खोखर केे खिलाफ कार्यवाही के लिए पुलिस प्रशासन को बार-बार मिलने पर भी पीडि़त किसान को अभी तक इंसाफ नहीं मिला।
इसी तरह 4जुलाई 17 को गांव मौड़ चढ़त सिंह के मजदूर नाजर सिंह को गांव के ही शिअद नेता द्वारा घर जाकर की मारपीट व जातिसूचक शब्द बोलने पर उसके खिलाफ बनती कार्यवाही करने की बजाय मामूली धारा लगाकर थाने में ही जमानत की कार्यवाही का विरोध करते हुए नेताओं ने कहा कि गरीब परिवार को प्रशासन इंसाफ न देकर सियासी चौधरियों के पक्ष में भुगत रहा है। जिला प्रशासन के बार-बार आश्वासनों से तंग आकर मजबूरन जत्थेबंदी को स त एक्शन लेना पड़ा। आज के इकट्ठे को परमजीत कौर पिथो,कर्मजीत कौर लेहराखाना, परमजीत कौर कोटड़ा,हरप्रीत कौर जेठूके,सुखदेव सिंह रामपुरा, बसंत सिंह कोठागुरु,अमरीक सिंह सिविया, कुलवंत रायके कलां,मनजीत सिंह ,जग्गा सिंह जोगेवाला ने भी संबोधन किया।
– सुनीलराय कामरेड