रायपुर : छत्तीसगढ़ में रमन सरकार ने किसानों को रियायत देने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाया है। राज्य के सूखा एवं अकाल प्रभावित क्षेत्रों में करीब 500 करोड़ की मदद देने की तैयारी शुरू कर दी है। इधर बेमौसाम बारिश और ओला वृष्टि से फसल क्षति के आंकलन के बाद भी भुगतान की तैयारी है।
चुनावी वर्ष में राहत की सौगातों को अहम माना जा रहा है। इधर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने दावा किया कि किसानों को बोनस की बड़ी सौगात जरूर मिल रही है इसके बावजूद सरकार ने पहले ही किसानों को दीर्घकालिक मदद के लिए अपनी योजनाओं में प्राथमिकता के तौर पर शामिल किया है। इनमें किसानों को कृषि पंपों में सब्सिडी के साथ साढ़े सात हजार युनिट बिजली नि:शुल्क देकर भी रियायतें दी है। राज्य में किसानों को फसल बीमा का फायदा भी जल्दी ही मिल पाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस मामले में जल्दी ही आंकलन कर राशि वितरित करने के निर्देश दिए हैं। फसल बीमा के मामले में सरकार ने किसानों को पूरी राशि मिलने का भरोसा भी दिलाया है। इधर सूत्र दावा करते हैं कि लोक सुराज अभियान के दौरान ही किसानों को ओला वृष्टि से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति मिलनी शुरू हो जाएगी।
इधर सूखा प्रभावित क्षेत्रों में किसानों के फसल नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार कर लिया गया है। सरकार ने इस मामले में किसानों को लगभग 500 करोड़ की राशि वितरित करने का निर्णय लिया है। ऐसी स्थिति में किसानेां को चुनावी साल में बड़ी राशि सौगातों के साथ रियायत के तौर पर मिल पाएगी।
चुनाव से पहले तक किसानों को लगातार राशि का वितरण हो पाएगा। अफसरों का दावा है कि नया वित्तीय वर्ष शुरू होते ही बोनस वितरण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के एवज में ही सरकार ने बोनस के लिए करीब 2100 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है। चुनावी साल में सरकार किसानों को रियायतों को लेकर कोई कसर बाकी नहीं छोडऩे के मूड में है।
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