जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि दुनिया के दूसरे देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए जरूरी है कि शिक्षा और स्वास्थ्य का बजट बढ़ाया जाए। उन्होंने लोकसभा में वित्त वर्ष 2022-23 के केंद्रीय बजट पर सामान्य चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि सरकार को बेरोजगारी और महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
यह बड़ा मुद्दा है कि पढ़े लिखे युवा बेरोजगार हैं
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आज बहुत अधिक बेरोजगारी है। यह बड़ा मुद्दा है कि पढ़े लिखे युवा बेरोजगार हैं। इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ महंगाई बढ़ रही है। पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें बढ़ रही है। मुझे लगता है कि जल्द ही एक बैरल कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर हो जाएगी। चुनाव खत्म होने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतें फिर बढ़ जाएंगी। इसका असर जरूरी वस्तुओं पर पड़ता है। सरकार से आग्रह है कि पेट्रोलियम उत्पादों पर कर को कम किया जाए ताकि गरीबी खत्म की जा सके।’’
सरकार का आभारी हूं कि तीनों कृषि कानून निरस्त किए
अब्दुल्ला ने कहा कि नयी परियोजनाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलना चाहिए। लोकसभा के वरिष्ठ सदस्य ने कहा, ‘‘सरकार का आभारी हूं कि तीनों कृषि कानून निरस्त किए। जब आप आगे कोई कानून बनाएं और विपक्ष कहे कि इसे प्रवर समिति को भेजिए तो सरकार को सुनना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर बजट बढ़ाया जाए, अन्यथा हम दुनिया से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे।