एयर इंडिया के पांच वरिष्ठ पायलटों की मई में कोविड से मौत हो गई है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि कंपनी ने टीकों की अनुपलब्धता के कारण देरी के बाद 15 मई से अपने कर्मचारियों का टीकाकरण शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि इन पांच वरिष्ठ पायलटों में कैप्टन हर्ष तिवारी, कैप्टन जीपीएस गिल, कैप्टन प्रसाद कर्माकर, कैप्टन संदीप राणा और कैप्टन अमितेश प्रसाद शामिल हैं।
इस बीच विस्तार और एयरएशिया इंडिया जैसी निजी विमानन कंपनियां अब तक अपने क्रमश: 99 और 96 फीसदी पात्र कर्मियों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगा चुकी हैं। जिन लोगों का कोविड-19 का इलाज चल रहा है या जो कोरोना वायरस के संक्रमण से उबर चुके हैं उन्हें टीकाकरण का पात्र नहीं माना जा रहा है।
एयर इंडिया ने चार मई को कहा था कि वह अपने सभी कर्मचारियों को महीने के अंत तक कोविड रोधी टीका लगाएगा क्योंकि पायलटों के एक संघ ने प्राथमिकता के आधार पर उड़ान चालक दल के सदस्यों के टीकाकरण की मांग की थी। छह दिन बाद, कंपनी ने अपने कर्मचारियों को बताया था कि वह टीकों की अनुपलब्धता के कारण 11 मई और 13 मई को दिल्ली हवाई अड्डे पर उनके लिए कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित नहीं कर पाएगी।
एयर इंडिया के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि टीकों की अनुपलब्धता के कारण कर्मचारियों के लिए कंपनी का टीकाकरण शिविर 15 मई से शुरू हुआ। यह स्पष्ट नहीं है कि एयर इंडिया अपने सभी कर्मचारियों को टीके की पहली खुराक कब तक लगा सकेगी। इंडिगो ने कुल 35,000 पात्र कर्मचारियों में से लगभग 20,000 कर्मचारियों को टीके की पहली खुराक दी है।