चुनाव आयोग ने रमजान के महीने में चुनाव कराने के फैसले पर उठ रहे सवालों को नकारते हुए कहा कि चुनाव कार्यक्रम में मुख्य त्योहार और शुक्रवार का ध्यान रखा गया है। इस मामले में चुनाव आयोग की ओर से सोमवार को जारी प्रतिक्रिया में कहा गया है कि रमजान के दौरान पूरे महीने के लिए चुनाव प्रक्रिया को रोका नहीं जा सकता।
आयोग ने स्पष्ट किया कि इस दौरान ईद के मुख्य त्योहार और शुक्रवार का ध्यान रखा गया है। उल्लेखनीय है कि आप और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने रमजान के दौरान चुनाव कराने को लेकर आयोग की मंशा पर सवाल उठाते हुए जानबूझ कर ऐसा चुनाव कार्यक्रम बनाने का आरोप लगाया है।
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चुनाव कार्यक्रम घोषित किए जाने के बाद ‘आप’ विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा था “12 मई का दिन होगा दिल्ली में रमजान होगा मुसलमान वोट कम करेगा इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा।”
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गौरतलब है की चुनाव आयोग ने रविवार को 17वीं लोकसभा के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी। इस बार सात चरणों में आम चुनाव कराए जाएंगे। 11 अप्रैल से शुरू होकर 19 मई तक चलेंगे और नतीजों की घोषणा 23 मई को होगी।