पेंशन से संबंदी किसी भी परेशानी के लिए नरेंद्र मोदी सरकार पेंशन अदालत आयोजित की जा रही है। यह ‘पेंशन अदालत’ पुरे भारत में एक समय पर आयोजित की जएगी। इस पेंशन अदालत में आप घर बैठे भाग ले सकते है। यह अदालत एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राखी जएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए 5 मई की तारीख मुकर्रर की है।
भारत सरकार के डिप्टी सेक्रेटरी संजोय शंकर के अनुसार सरकार का राष्ट्रव्यापी पेंशन अदालत शुरू करने के पीछे मकसद है की पेंशन से जुड़ी शिकायतों का ग्राफ नीचे लाना है। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने सभी विभागों को इसकी बेहतर से बेहतर त्यार करने के आदेश दिए है। सभी विभागों से कहा गया है कि वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के आयोजन की तैयारी करें और पेंशनभोगी को इससे जुड़ने के बारे में जागरूक भी करें।
डिप्टी सेक्रेटरी संजोय शंकर के मुताबिक पेंशनभोगी को किसी भी तरह की शिकायत हो तो उसे अफसरों को तुरंत समस्या का समाधान करना होगा। अफसरों को यह सुनिश्चित करना होगा कि ‘पेंशन अदालत में हर वह अफसर मौजूद रहे जो पेंशन से जुड़ी व्यवस्था देखता है। अफसर यह सुनिश्चित करेंगे कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पेंशनभोगियों को अपनी शिकायतों को रखने के लिए पर्याप्त समय दिया जाए
ऐसे दर्ज करे ऑनलाइन शिकायत:-
पेंशनभोगी को रजिस्टर मोबाइल नंबर या ई-मेल पर पेंशन अदालत से पहले एक लिंक भेजा जाएगा।
इस लिंक पर पेंशनभोगी क्लिक करेंगे और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनकी शिकायतें सुनी जाएंगी।
पेंशनभोगी को शिकायत के साथ अपना 12 अंकों का पीपीओ नंबर, खाता संख्या, पता और मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी तय फॉर्म में भरकर पहले भेजना होगा।
अगर शिकायत डाक से गई है तो लिफाफे के ऊपर Pension Adalat 2022 लिखना जरूरी है।