17वीं लोकसभा के लिए पहले चरण में औसत 66 फीसदी मतदान हुआ अभी अंतिम आंकड़े जारी होना बाकी है। लोकसभा के लिए पहले चरण की वोटिंग हुई। पहले चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हुआ। आपको बता दे कि 91 सीटों के 14 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें बिहार की 4 सीट, छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 सीट, ओडिशा की 4 सीट, असम की 5 सीट, जम्मू-कश्मीर की 2 जबकि महाराष्ट्र की 7 सीटों पर वोटिंग हुई।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के 2 सीटों पर भी वोट डाले गए। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना समेत 9 ऐसे राज्य जहां पहले चरण में ही चुनाव खत्म हो गया। अरुणाचल, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम, तेलंगाना, उत्तराखंड और लक्षदीप में सभी सीटों के प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई । प्रतिशत
बता दे कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में आज 65 प्रतिशत औसत मतदान हुआ। पश्चिम बंगाल की दो और त्रिपुरा की एक सीट पर सबसे ज्यादा 81 प्रतिशत वोटिंग हुई। उत्तरप्रदेश की 8 सीटों पर 63 प्रतिशत और बिहार की 4 सीटों पर 53 प्रतिशत मतदान हुआ।
वही ,चुनाव आयोग के मुताबिक जम्मू कश्मीर की 2 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में वोटिंग हुई और राज्य में कुल 54.49 प्रतिशत वोट पड़े। यहां की बारामूला में 32.29 और जम्मू में 67.39 प्रतिशत के करीब वोटिंग हुई। पिछले चुनाव में 57 प्रतिशत के करीब वोटिंग हुई थी। नगालैंड में मतदान पूरा हुआ और यहां सिर्फ एक ही चरण में मतदान था।
सिक्किम में 69 प्रतिशत, मिजोरम में 60 प्रतिशत, नगालैंड में 78 प्रतिशत, मणिपुर में 78.2 प्रतिशत, त्रिपुरा 81.8 प्रतिशत, असम में 68 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 81 प्रतिशत वोटिंग शाम 5 बजे तक हुई है। आयोग के मुताबिक , जम्मू कश्मीर में शाम 6 बजे तक 72.16 फीसदी वोटिंग हुई है।
आपको बता दे कि पहले चरण में 18 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 91 सीटें शामिल हैं। कुल 1279 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनका फैसला 14 करोड़ 20 लाख 54 हजार 978 मतदाताओं ने किया। इनमें 7 करोड़ 21 लाख पुरुष मतदाता, 6 करोड़ 98 लाख महिला मतदाता हैं। साथ ही बता दे कि इसके लिए 170664 पोलिंग बूथ बनाए गए।
पहले चरण में 10 राज्यों की सभी सीटों पर गुरुवार को मतदान पूरा हुआ। वहीं, आंध्रप्रदेश विधानसभा की सभी 175, अरुणाचल प्रदेश की सभी 60, सिक्किम की सभी 32 और ओडिशा की 147 में से 28 विधानसभा सीटों के लिए भी वोटिंग हुई।
बता दे कि 17वीं लोकसभा के पहले चरण में मोदी सरकार के 8 मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इसमें केंद्रीय मंत्री जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह, नितिन गडकरी, हंसराज अहीर, किरण रिजीजू शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस की रेणुका चौधरी, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी की किस्मत भी आज ईवीएम में कैद हो जाएगी।
इन 91 सीटों पर पिछले दो चुनावों की स्थिति
2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इन 91 में से 7 और कांग्रेस ने 55 सीटें जीती थीं। 2014 में यह तस्वीर बदल गई। कांग्रेस 7 सीटों पर सिमट गई, जबकि भाजपा को 25 सीटों का फायदा हुआ और वह 32 के आंकड़े तक पहुंच गई। पहले चरण की इन 91 सीटों पर पिछली बार कांग्रेस से ज्यादा सफल तेदेपा (16) और टीआरएस (11) रही थी।
44 उद्योगपति-कारोबारी प्रत्याशियों को भी मिला टिकट
पहले चरण की 91 सीटों पर 182 प्रमुख उम्मीदवार हैं। इनमें सबसे ज्यादा 44 प्रत्याशी उद्योगपति-कारोबारी हैं। इसकी बड़ी वजह है आंध्र की 25 सीटों पर वोटिंग। अकेले आंध्र में तेदेपा ने 11 और वाईएसआरसी ने 10 ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं जो बड़े उद्योगपति या कारोबारी हैं। 182 प्रमुख उम्मीदवारों में 38 टिकट नेताओं के परिवार में बंटे हैं। इनमें भाजपा ने 5 और कांग्रेस ने 4 टिकट परिवारवाद के आधार पर दिए हैं।