जम्मू & कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी में पहली बार पथराव करने वाले युवाओं के खिलाफ दायर एफआईआर को वापस लेने के फैसले का ऐलान किया है।
आपको बता दे कि जम्मू & कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार रात को ट्वीट कर कहा कि पहली बार पत्थरबाजों के खिलाफ एफआईआर वापस लेने की प्रक्रिया को दोबारा शुरू कर मुझे अत्यंत संतुष्टि मिली है।
It gives me immense satisfaction to restart the process of withdrawing FIRs against first time offenders of stone pelting. My government had initiated the process in May, 2016 but it was unfortunately stalled due to the unrest later that year.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 22, 2017
कश्मीर के आतंरिक मुद्दे पर केंद्र के विशेष प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा की सलाह पर पहली बार पत्थरबाजी में शामिल युवाओं के खिलाफ 4500 से ज्यादा पत्थरबाजी के केस हटाए जाएंगे।
इस फैसले का स्वागत करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पहली बार पत्थरबाजी में शामिल युवाओं के खिलाफ एफआइआर वापस लेने के फैसले से मुझे काफी संतुष्टि मिली है।’
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से राज्य में लोगों के बीच विश्वास बहाली और सतत बातचीत की प्रक्रिया को बल मिलेगा।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मेरी सरकार ने पिछले साल मई में प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन अशांति के चलते इसे रोक दिया गया था।
This confidence building measure reaffirms the Central government’s commitment towards changing the narrative in J&K & creating a reconciliatory atmosphere for sustained dialogue.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 22, 2017