नई दिल्ली : लोकसभा में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) तथा कावेरी बांध मुद्दे पर हंगामा कर रहे अन्नाद्रमुक के कुल चार सदस्यों को स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सोमवार को सदन से सत्र के शेष मकाजी दिवस के लिए निलंबित कर दिया। लोकसभा अध्यक्ष ने जानबूझकर सदन में आसन के समीप आकर और नियमों का उल्लंघन करते हुए कार्यवाही में बाधा डालने के लिए अन्नाद्रमुक और तेदेपा सदस्यों को नियम 374 ए के तहत सदन की कार्यवाही से दो कामकाजी दिनों के लिए निलंबित कर दिया।
जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें सदन में अन्नाद्रमुक के नेता पी वेणुगोपाल और तेदेपा के एन शिवप्रसाद शामिल हैं। दरअसल, सोमवार को प्रश्नकाल शुरू होने के साथ ही कावेरी नदी पर बांध निर्माण का विरोध करते हुए अन्नाद्रमुक और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग करते हुए तेदेपा सदस्य आसन के निकट पहुंच गए। हंगामे के बीच ही तेदेपा सदस्य एन शिवप्रसाद अपने हाथ में चाबुक ले कर आसन के पहुंच गए और उससे खुद को मारने लगे। इस पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह ठीक नहीं है।
सुमित्रा महाजन ने हंगामा कर रहे सदस्यों को अपने स्थान पर जाने कहा, लेकिन शोर-शराबा नहीं थमता देख उन्होंने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। कार्यवाही स्थगित होते ही तेदेपा सदस्य शिवप्रसाद ने सदन में एक ऑडियो प्लेयर ऑन कर दिया जिससे तेज आवाज में एक दक्षिण भारतीय गाना बजने लगा। इस आडियो प्लेयर को भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने बंद किया। कार्यवाही दोबारा आरंभ होने पर दोनों पार्टियों के सदस्य फिर आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे।
शिवप्रसाद आसन के निकट जाकर करताल बजाने लगे। लोकसभा अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों को चेतावनी दी कि वे अपने स्थान पर जाएं, नहीं तो ‘मैं नेम करूंगी।’ उनकी चेतावनी देने के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। इसके बाद स्पीकर ने चार सदस्यों को सत्र के शेष कामकाजी दिनों के लिए सदन से निलंबित कर दिया। इसके बाद उन्होंने कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह लोकसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के कारण स्पीकर ने अन्नाद्रमुक और तेदेपा सदस्यों सहित 45 सांसदों को मौजूदा सत्र की शेष अवधि से निलंबित कर दिया था। उल्लेखनीय है कि संसद के शीतकालीन सत्र की 11 दिसंबर को शुरूआत के बाद से ही अन्नाद्रमुक सदस्य कावेरी नदी पर बांध के निर्माण का विरोध कर रहे हैं और तेदेपा के सदस्य आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य की दर्जे की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं।