कोरोना काल में राज्यसभा के चार नए सदस्यों ने मंगलवार को संसद के उच्च सदन की सदस्यता की शपथ ली। नए सदस्यों में स्वप्न दासगुप्ता और महेश जेठमलानी भी शामिल हैं जिन्हें हाल ही में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है। शपथ ग्रहण करने के अवसर पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि कोरोना महामारी के चुनौतीपूर्ण समय में जन प्रतिनिधियों के पास निभाने के लिए बड़ी भूमिका है।
दासगुप्ता और जेठमलानी के अलावा माकपा के जॉन ब्रिटास और वी शिवदासन ने भी शपथ ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले दासगुप्ता को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उन्हें फिर से राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया। जानेमाने वकील महेश जेठमलानी को भी मनोनीत किया गया। शिवदासन ने मलायालम भाषा में शपथ ली, लेकिन तीन अन्य सदस्यों ने अंग्रेजी में शपथ ली।
नए सदस्यों को बधाई देते हुए नायडू ने कहा कि शपथ ग्रहण आमतौर पर उनके चैम्बर में होता है, लेकिन कोरोना वायरस के हालात को देखते हुए राज्यसभा के चैम्बर में शपथ ग्रहण करायी गयी। सभापति ने कहा, ‘‘शपथ ग्रहण अभी करायी गयी क्योंकि संसद का अगला सत्र होने में कुछ समय है।’’ मानसून सत्र जुलाई में प्रस्तावित है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि सरकार को उम्मीद है कि सत्र समय से आरंभ होगा। कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से संसद के तीन सत्र आयोजित हो चुके हैं, हालांकि उनकी अवधि कम कर दी गई थी। पिछले साल शीतकालीन सत्र रद्द करना पड़ा था। पिछले साल मानसून सत्र सितंबर में हुआ था।
सूत्रों का कहना है कि इस साल मानसून सत्र कराने के तौर-तरीकों को लेकर चर्चा चल रही है। नायूड ने सदस्यों का आह्वान किया कि वे लोगों को कोविड रोधी टीका लगवाने के लिए प्रेरित और जागरूक करें। राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, सदन के नेता थावरचंद गहलोत, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी शपथ ग्रहण के मौके पर उपस्थित थे।