राफेल डील को लेकर बीजेपी पर आरोप लगा रहीं कांग्रेस ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा, ‘आपने मुझसे बहुत सवाल किए और मैंने हर किसी सवाल का जवाब दिया। आप प्रधानमंत्री से राफेल डील के बारे में क्यों नहीं पूछते? उन्होंने एक उद्योगपति के लाभ के लिए पूरी डील में बदलाव कर दिया। मैं आपसे पूछता हूं आप अमित शाह के बेटे के बारे में सवाल क्यों नहीं करते हैं?’
बता दे कि राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे को लेकर विपक्ष द्वारा मोदी सरकार पर लगाए गए सभी आरोपों को फ्रांस ने खारिज कर दिया है। फ्रांस ने कहा कि 36 राफेल विमानों की खरीदारी में किसी तरह का घोटाला नहीं हुआ है। फ्रांस ने बगैर नाम लिए कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि आरोप लगाने से पहले तथ्यों की जांच कर लेनी चाहिए। वहीं सौदे में शामिल अनील अंबानी की कंपनी ने कांग्रेस पर मुकदमे की धमकी दी है।
इस सौदे को भारत के फायदे में बताते हुए फ्रांस ने कहा है कि इसका चुनाव इसके शानदार प्रदर्शन और प्रतिस्पर्द्धात्मक कीमतों के चलते किया गया है। फ्रांसीसी दूतावास के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि इसकी खरीद में पूरी तरह से पारदर्शी प्रक्रिया का पालन किया गया है। इस करार से भारत में रक्षा उत्पादन उद्योग का विकास होगा।
वही कांग्रेस का आरोप है कि फ्रांस की कंपनी ने भारतीय पाटर्नर (रिलायंस डिफेंस) को गलत तरीके से चयनित किया है। कांग्रेस के आरोपों पर फ्रांस के राजनयिक सूत्रों ने कहा कि लड़ाकू विमान को उत्कृष्ट प्रदर्शन और प्रतिस्पर्धी मूल्य के लिए चुना गया है. राफेल को पूरी तरह पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के जरिए चुना गया था. उन्होंने कहा कि ये एक घरेलू राजनीतिक मसला है। वह उसमें दखल नहीं देना चाहते हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने फ्रांस की कंपनी से 58,000 करोड़ (7.8 अरब यूरो) में 36 राफेल विमान खरीदने का समझौता किया है। यह पैसा टैक्स देने वाले लोगों का कमाई का है। पार्टी ने दो समझौतों की तुलना की। उसने आरोप लगाया कि वर्ष 2012 में यूपीए सरकार ने फ्रांस से एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए जितने में समझौता किया था. उससे तीन गुना ज्यादा पैसा देकर मोदी सरकार एयरक्राफ्ट खरीद रही है। वही विपक्ष के आरोप यहीं खत्म नहीं हुए। उसने आगे कहा कि सरकार सिर्फ एक इंड्रस्टियल ग्रुप रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को फायदा पहुंचा रही है।