सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि पाकिस्तान के हर दुस्साहस का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा और किसी भी आतंकवादी गतिविधि को बख्शा नहीं जाएगा। कारगिल संघर्ष के 20 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में रावत ने कहा कि पाकिस्तानी सेना बार-बार दुस्साहस करती है, चाहे वह राज्य प्रायोजित आतंकवाद हो या भारत में घुसपैठ करना।
उन्होंने कहा, “भारतीय सेना मजबूती से खड़ी है और हमारी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा का तैयार है। इसमें कोई संदेह ना हो कि हर दुस्साहस का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि राज्येतर तत्वों का उदय और युद्ध में आतंकवाद का इस्तेमाल और अन्य अनियमित तरीकों का इस्तेमाल नया चलन बन गया है। सेना प्रमुख ने कहा कि साइबर और अंतरिक्ष डोमेन ने युद्धश्रेत्र का परिदृश्य बदल दिया है।
रावत ने यह भी कहा कि आतंकवाद की किसी भी गतिविधियों को बख्शा नहीं जाएगा। रावत ने कहा, “उरी और बालकोट आतंकवादी हमले के बाद किए गए हवाई हमले आतंकवाद गतिविधियों के खिलाफ हमारे राजनीतिक और सैन्य संकल्प को दर्शाता है। आतंकवाद की किसी भी गतिविधियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
सेना प्रमुख ने कहा, ”चीनी अपनी मानी जाने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आते हैं और गश्त करते हैं, हम उन्हें रोकते हैं। कई बार स्थानीय स्तर पर जश्न समारोह होते हैं। डेमचोक सेक्टर में हमारी ओर तिब्बती जश्न मना रहे थे। इसके आधार पर, कुछ चीनी यह देखने आए कि क्या हो रहा है, लेकिन कोई घुसपैठ नहीं हुई। सब सामान्य है।”