इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा, "समिट में कौन आ रहा है, कौन नहीं आ रहा है ये नहीं आ रहा। मुझे लगता है कि कोई भी देश अपनी स्थिति को दुनिया के सामने रखने की कोशिश करेगा। मुझे लगता है कि इंतजार करना चाहिए और देखना चाहिए कि वास्तव में बातचीत में क्या होता है."एस जयशंकर ने इससे पहले दूरदर्शन डायलॉग में बोलेत हुए कहा था, "आखिरी में देशों का प्रतिनिधित्व वही शख्स करता है जिसे चुना गया है, इसलिए प्रतिनिधित्व का स्तर किसी देश की स्थिति का अंतिम निर्धारक नहीं बनता है। इसलिए मैं कहूंगा कि इस बात पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय कि किस देश ने किस स्तर पर आना चुना, असली मुद्दा ये है कि जब वो आते हैं तो वे क्या स्थिति लेते हैं।