कांग्रेस का ‘जी 23’ समूह पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा है। बीते सप्ताह वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोड़ दी थी। आजाद के इस्तीफे के बाद से अब तक 100 के करीब नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। इस बीच ‘जी 23’ समूह के तीन प्रमुख नेता आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पृथ्वीराज चव्हाण ने पूर्व नेता आजाद से मुलाकात की।
कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह में शामिल रहे तीन प्रमुख नेताओं आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पृथ्वीराज चव्हाण ने मंगलवार को गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की और उनके त्यागपत्र के कारणों एवं परिस्थितियों को लेकर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, आजाद के आवास पर ये तीनों नेता मंगलवार दोपहर पहुंचे और उनके साथ लंबी बैठक की।
आजाद के इस्तीफा देने के बाद चारों नेताओं ने एक साथ पहली बार बैठक की है। गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और 21 अन्य कांग्रेस नेताओं ने अगस्त, 2020 में बैठक कर सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने पार्टी को फिर से मज़बूत करने के लिये कई मांग की थी जिनमें संगठन के चुनाव कराने और सक्रिय नेतृत्व की मांग प्रमुख थीं। उनके इस पत्र को कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती के रूप में देखा गया।
इस समूह के कई नेता जैसे आजाद, कपिल सिब्बल, जितिन प्रसाद कांग्रेस छोड़ चुके हैं तथा वीरप्पा मोइली जैसे कुछ नेताओं ने इस समूह से खुद को अलग कर लिया है। आजाद ने गत शुक्रवार को पार्टी से नाता तोड़ लिया था। सोमवार को उन्होंने अपने पुराने दल और उसके नेतृत्व पर तीखा प्रहार करते हुए कहा था कि ‘बीमार’ कांग्रेस को दुआ की नहीं, दवा की जरूरत है, लेकिन उसका इलाज ‘कम्पाउंडर कर रहे हैं।
आजाद के समर्थन में इस्तीफों का दौर जारी
आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके समर्थन में पार्टी से खुद को अलग करने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को गुलाम नबी आजाद के समर्थन में 65 नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अब बुधवार को भी 42 नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है।
इन सभी नेताओं का कहना है कि वह गुलाम नबी आजाद की नई बनने वाली पार्टी में शामिल होंगे। इस तरह गुलाम नबी आजाद के समर्थन में अब तक पार्टी के 100 से ज्यादा नेता इस्तीफा दे चुके हैं। इन नेताओं में पूर्व डिप्टी सीएम ताराचंद भी शामिल हैं।