महासचिव पर हमले की और एक महिला सुरक्षाकर्मी की गला घोंटने की कोशिश की गई : पीयूष गोयल - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

महासचिव पर हमले की और एक महिला सुरक्षाकर्मी की गला घोंटने की कोशिश की गई : पीयूष गोयल

संसद के मानसून सत्र में हंगामे के दौरान विपक्षी सदस्यों के आचरण की कड़ी निंदा करते हुए राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने बुधवार को सभापति से आग्रह किया कि वह इसके लिए एक समिति का गठन करें और दोषी सदस्यों के खिलाफ ‘‘कड़ी से कड़ी कार्रवाई ’’ करें।

संसद के मानसून सत्र में हंगामे के दौरान विपक्षी सदस्यों के आचरण की कड़ी निंदा करते हुए राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने बुधवार को सभापति से आग्रह किया कि वह इसके लिए एक समिति का गठन करें और दोषी सदस्यों के खिलाफ ‘‘कड़ी से कड़ी कार्रवाई ’’ करें।
सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने से पहले गोयल ने पूरे सत्र के दौरान विपक्षी दलों द्वारा किए गए हंगामे और इस दौरान कागज फाड़कर आसन की ओर फेंकने सहित अन्य विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल सत्र की शुरुआत से ही संसद ना चलने देने की ठानकर आए थे। उन्होंने कहा कि आज पीठासीन अध्यक्ष, महासचिव पर हमला करने की कोशिश की गई और सबसे ‘‘निदंनीय’’ यह हुआ कि एक महिला सुरक्षाकर्मी की गला घोंटने की कोशिश की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘बड़े दुर्भाग्य की बात है। ऐसा व्यवहार देश को बर्दाश्त नहीं है। आप वारदात की गहराई में जाएं। जो भी रिकार्ड हैं, उसके हिसाब से पूरी वारदातों की छानबीन करें। हम इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं इनकी जांच के लिए एक विशेष समिति गठित की जाए।’’ उन्होंने आग्रह किया कि पूरी छानबीन के बाद दोषी सदस्यों के खिलाफ ‘‘कठोर से कठोर’’ कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। उन्होंने कहा, ‘‘साधारण कार्रवाई से न्याय नहीं हो सकता है। 
कठोर कदम उठाइए ताकि आगे चलकर ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो और सदस्यों द्वारा सदन में भद्दा प्रदर्शन ना किया जाए। इसके हर पहलू में जाकर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। ताकि कोई भी सदन का अपमान ना कर पाए।’’ गोयल ने कहा कि सदन में जो दृश्य देश ने देखा है, उसका जवाब वह आने वाले दिनों में देगा। नेता सदन ने कहा कि विपक्ष शुरू से ही ठानकर आया था कि मानसून सत्र को वह ठप कर देंगे और उसके अनुकूल ही उन्होंने सदन में व्यवहार किया। 
उन्होंने कहा कि सरकार ने लगातार विपक्ष के नेताओं से संपर्क साधा और सदन चलाने की कोशिश की लेकिन वह अपने रुख पर कायम रहे और इस दौरान उन्होंने आसन से लेकर सदन और देश का अपमान किया। सदन में सुरक्षाकर्मियों के साथ विपक्षी सदस्यों के कथित दुर्व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि कोविड-19 के बावजूद उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर सदन के सुचारू संचालन में मदद की लेकिन विपक्षी सदस्यों ने हंगामे और प्रदर्शन के दौरान कोविड संबंधी नियमों का पालन नहीं किया। गोयल ने कहा, ‘‘उन्होंने (विपक्षी सदस्यों) हर कोविड प्रोटोकॉल और शिष्टाचार का उल्लंघन किया। यह शर्मनाक व्यवहार था। पहले से ही सोच कर आए थे कि सदन को चलने नहीं देंगे।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड-19 के संबंध में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के शामिल ना होने का भी जिक्र किया और कहा कि यह इस महामारी को लेकर विपक्ष के रवैये को दर्शता है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के अलावा अर्थव्यवस्था की स्थिति और किसानों के विषय पर चर्चा को लेकर सभी पक्षों में सहमति बनने के बावजूद विपक्षी दलों ने व्यवधान डाला और कार्यवाही नहीं चलने दी। उन्होंने आरोप लगाया कि कौन अधिक सदन में हंगामा कर सकता है इसको लेकर विपक्षी दलों के बीच होड़ लगी हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस सत्र में विपक्ष का जो व्यवहार रहा, वह मैंने कभी अपने राजनीति जीवन में नहीं देखा।’’ गोयल ने पेगासस जासूसी मामले में बयान दे रहे सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से तृणमूल कांग्रेस सदस्य शांतनु सेन द्वारा बयान छीनकर फाड़ देने और सदन की लाबी में एक सदस्य द्वारा कांच का दरवाजा तोड़ देने के कारण एक महिला सुरक्षाकर्मी के घायल होने की घटना का उल्लेख करते हुए इन्हें दुखद बताया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nine + ten =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।