नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने आधार कार्ड को मोबाइल सिम कार्ड से जोड़ने की समय सीमा तय कर दी है। फरवरी 2018 तक अगर सिम कार्ड आधार के साथ वेरिफाई नहीं हुए तो उन्हें डिऐक्टिवेट कर दिया जाएगा। अब सभी सिम कार्ड का आधार के साथ लिंक कराना जरूरी हो गया है। केंद्र सरकार ने अपनी करीब करीब सभी योजनाओं में आधार कार्ड को जरूरी कर दिया है।
केंद्र ने इसके लिए एक समय सीमा तय कर दी है. तो यदि आपने अब तक अपनी मोबाइल सिम कार्ड को आधार से लिंक नहीं कराया है तो इसे जल्दी से लिंक करा लें, नहीं तो आपका नंबर बंद हो जाएगा। फरवरी 2018 तक जो सिम कार्ड आधार नंबर के साथ लिंक नहीं होंगे, उन्हें डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा. इससे पूर्व शीर्ष कोर्ट ने केंद्र को आदेश देते हुए कहा था कि वह एक साल में सौ करोड़ से ज्यादा वर्तमान और आगामी मोबाइल टेलीफोन उपभोक्ताओं की पहचान स्थापित करने की व्यवस्था करे।
सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि सत्यापन के लिए यूजर्स के सिम कार्ड को उनके आधार से लिंक कर दिया जाए। मोबाइल सिम वैरिफिकेशन मामले में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया था कि एक साल के अंदर देश में सभी सिम कार्डों को आधार कार्ड से जोड़ दिया जाएगा. पूरे देश की बात करें तो इस समय 90 फीसदी सिम प्री पेड हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि सिम कार्ड रखने वालों के वेरिफिकेशन के लिए क्या तरीका है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान तत्कालीन चीफ जस्टिस ने कहा था कि सिम कार्ड रखने वालों की पहचान न हो तो यह धोखाधड़ी से रुपये निकालने के काम में इस्तेमाल हो सकता है। सरकार को जल्द पहचान करने की प्रक्रिया करनी चाहिए। इस पर केंद्र की ओर से कहा गया कि इस मामले में उसे हलफनामा दाखिल करने के लिए वक्त चाहिए।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट NGO लोकनीति की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रहा है जिसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार और ट्राई को ये निर्देश दिए जाए कि मोबाइल सिम धारकों की पहचान, पता और सभी डिटेल उपलब्ध हों. कोई भी मोबाइल सिम बिना वैरिफिकेशन के न दी जाए. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर इस मामले में जवाब मांगा था।
फिर से होगा वेरिफिकेशन –
सभी टेलीकॉम कंपनियों सभी मौजूदा कस्टमर्स की वेरिफिकेशन फिर से करेंगे। इनमें प्रीपेड और पोस्टपेड यूजर्स शामिल होंगे। इनकी वेरिफिकेशन आधार कार्ड आधारित E-KYC प्रोसेसर से किया जाएगा। सिम कार्ड्स के वेरिफिकेशन SMS के जरिये होंगे। टेलीकॉम कंपनी अपने कस्टमर्स को उनके नंबर पर वेरिफिकेशन कोड भेजेंगी। E-KYC प्रोसेस से पहले टेलीकॉम ऑपरेटर यह भेजे गए कोड के जरिए सुनिश्चित करेगी कि वो सिम कार्ड होल्डर उपलब्ध है या नहीं। इस प्रोसेस के बाद टेलीकॉम कंपनियां E-KYC प्रोसेस शुरू करेंगी।
आइए जानें कैसे पता कर सकते हैं कि खाते से आधार लिंक हुआ कि नहीं…
- UIDAI की वेबसाइट पर जाइए- https://uidai.gov.in/
- वेबसाइट पर ”Aadhaar Services” टैब के नीचे ”Check Aadhaar & Bank Account Linking Status” लिंक को क्लिक करें
- अब यहां अपना आधार नंबर डालिए. सिक्योरिटी कोड में दिख रहे कोड को टाइप करें और send OTP का बटन दबाइए
- आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर OTP आ जाएगा. इसे Enter OTP में टाइप करके log In पर क्लिक करें