भोपाल : चुनावी साल में प्रदेश सरकार ने पेंशनर्स को बड़ा तोहफा दिया है। पेंशनर्स प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री ने मुलाकात की और उनकी मांगों को मान लिया है। मुख्यमंत्री ने पेंशनर्स संघ को संबोधित करते हुए कहा कि एक जनवरी 2016 के पहले सेवानिवृत्त हुये पेंशनर्स एवं परिवार पेंशनर्स की पेंशन में 2.57 गुना की वृद्धि की जायेगी। वहीं चिकित्सा सुविधा देने तथा अन्य समस्याओं के समाधान के लिये पेंशनर्स बोर्ड गठित किया जायेगा।
गौरतलब है कि पेंशनर्स लम्बे समय से इसकी मांग कर रहे थे। प्रदेश में साढ़े तीन लाख से ज्यादा पेंशनर हैं, जो सरकार केे लिए एक बड़ा वोट बैंक भी है, लेकिन सातवें वेतनमान न मिलने से पेंशनर्स नाराज चल रहे थे। सरकार ने पेंशनरों को बजट में 10 प्रतिशत की वृद्धि देने की घोषणा की थी, लेकिन सातवें वेतनमान में 2.47 के फार्मूले पर की जाने वाली वृद्धि के लिए पेंशनर तैयार नहीं थे।
जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने पेंशनर्स संघ के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात कर 1 जनवरी 2016 से सातवें वेतनमान को 2.57 के फार्मूले से देने का एलान किया है। इसके पहले आज ही के दिन प्रदेश भर के पेंशनर्स की महापंचायत बुलाई गई थी, लेकिन अचानक कार्यक्रम में बदलाव कर केवल पेंशनर्स के प्रतिनिधियों को बुलाया गया। जिनसे मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने उक्त घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर पेंशनर्स संघ के प्रतिनिधि मंडल को संबोधित करते हुए कहा 2.47 गुना की बजाय शासकीय सेवकों की तरह ही पेंशनर्स एवं परिवार पेंशनर्स की पेंशन में 2.57 गुना की वृद्धि की जायेगी। इसका नगद लाभ तत्काल प्रभाव से देय होगा। पेंशन में यह वृद्धि लगभग 14 प्रतिशत की होगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पेंशनर्स बोर्ड गठित किया जायेगा जो पेंशनर्स की चिकित्सा आदि की समस्याओं का समाधान करे।
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