राजस्थान की राजधानी जयपुर में राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi ) की हत्या से जनता आक्रोश में हैं। गोगामेड़ी की हत्या के तार लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़ने के बाद अब सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। गोगामेड़ी की हत्या से बलकौर सिंह आम जनता की तरह गुस्से में हैं।सिद्धू मूसेवाला के लिए न्याय की गुहार लगते हुए उन्होंने सरकार पर ही तंज कसा हैं।
अपना गुस्सा निकलते हुए सिद्धू मूसेवाला के पिता ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'आग लगेगी तो घर कई जद में आएंगे, यहां बस हमारा घर थोड़ी है। सिद्धू की हत्या के 556 दिन बाद भी न्याय का इंतजार. जब तक सरकारें गैंगस्टरों को बढ़ावा देती रहेंगी तब तक लोगों के घरों के चिराग बुझते रहेंगे।बलकौर सिंह ने आगे लिखा कि मेरी लड़ाई सिर्फ मेरे बेटे सिद्धू मूसेवाला को न्याय दिलाने के लिए नहीं है. बल्कि गैंगस्टर-राजनीतिक गठजोड़ की रीढ़ तोड़ने और परिवारों को ऐसी आपदाओं से बचाने के लिए भी।
आपको बता दें कि ये सारी बातें सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने भारत के राजपूत की एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखी हैं।दरअसल, भारत के राजपूत नाम से लिखे गए इस पोस्ट में लिखा है कि आप जानना चाहेंगे कि ये अपराधी बेखौफ क्यों है? क्योंकि हम जातियों में बंटे हुए हैं। जब इन्हीं रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवाई तो हमने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग देशभक्त है, खालिस्तानियों का सफाया कर रहे हैं।
भारत के राजपूत के इस पोस्ट को सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह के पिता ने पोस्ट कर गैंगस्टर्स और सरकार पर हमला बोला है। पोस्ट में आगे बताया गया हैं की राजू ने ठेहट की हत्या की तो उसने कहा कि उसने अपराधियों को मारा है, उसने क्या गलत किया है? अब उनके हाथ इतने खुले हो गए हैं कि उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता और राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की खुलेआम हत्या कर दी. यदि अब भी प्रशासन पर एकजुट होकर दबाव नहीं बनाया गया तो जाटों और राजपूतों की लड़ाई का फायदा उठाकर दोनों समुदाय के नेताओं को शांत कर दिया जाएगा।
दरअसल, 5 दिसंबर को राजपूत करणी के अध्यक्ष को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। गोगामेड़ी के समर्थक आक्रोश में हैं और सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। राजस्थान के कई शहरों में बंद का आवाहन किया गया जिससे आम जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा ।