कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि पुलवामा हमले को लेकर एक मीडिया रिपोर्ट में खुफियागीरी की विफलता के आरोप पर सरकार जवाब देने को बाध्य है क्योंकि घटना और उसके बाद के घटनाक्रम को नजरअंदाज करना या भूल जाना खतरनाक होगा।
उन्होंने ‘द वीक’ की एक खबर का हवाला देते हुए पूछा, ‘‘दिल्ली और राज्य की राजधानियों में स्थापित ‘मल्टी एजेंसी सेंटर’ (मैक) का क्या हुआ?’’
पूर्व केंद्रीय गृह एवं वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘ खुफिया रिपोर्टों के हवाले से ‘वीक’ पत्रिका ने तीन मार्च के अंक में कहा है कि ‘पुलवामा हमला खुफिया चूक थी’।’’
चिदंबरम ने ट्विटर पर कहा कि सरकार ‘वीक’ पत्रिका के आरोपों का जवाब देने और मल्टी एजेंसी सेंटर की भूमिका का खुलासा करने के लिए बाध्य है। पुलवामा और उसके बाद की घटनाओं को नजरअंदाज करना या कुछ दिनों के बाद भूल जाना बेहद खतरनाक होगा। गौरतलब है कि 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के फिदाई हमलावर ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें बल के 40 कर्मी शहीद हो गए।