दुनिया में कोरोना वायरस महामारी के नए स्वरुप ‘ओमीक्रोन’ के बढ़ते खतरे के चलते भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। देश के लोगों को लोगों को इस वायरस के खतरे से बचाने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला किया। डीजीसीए ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने के मद्देनजर यह कदम उठाया है।
पिछले साल 20 मार्च से ही सामान्य अंतरराष्ट्रीय उड़ानें स्थगित हैं
डीजीसीए ने बुधवार को बताया कि वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने की तारीख की घोषण नियत समय पर की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी की वजह से पिछले साल 20 मार्च से ही सामान्य अंतरराष्ट्रीय उड़ानें स्थगित हैं।
डीजीसीए द्वारा बुधवार को जारी परिपत्र में कहा गया कि वायरस के नए स्वरूप के आने के बाद उत्पन्न वैश्विक स्थिति के मद्देनजर हालात पर करीब से नजर रखी जा रही है तथा अन्य हितधारकों से विचार-विमर्श किया जा रहा है।
उचित फैसले की जानकारी नियत समय पर अधिसूचित की जाएगी- DGCA
डीजीसीए ने कहा, ‘‘… नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने की प्रभावी तारीख को लेकर उचित फैसले की जानकारी नियत समय पर अधिसूचित की जाएगी।’’ गौरतलब है कि मौजूदा समय में विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय समझौते के तहत सीमित संख्या में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन किया जा रहा है। गत महीने की 24 तारीख तक भारत ने 31 देशों से उड़ानों के लिए औपचारिक द्विपक्षीय समझौता किया था।
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27 नवंबर को पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 नवंबर को ओमिक्रॉन को लेकर समीक्षा बैठक की थी। इसमें 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के फैसले की समीक्षा करने के लिए कहा गया था। पीएम ने विदेश से आने वाले लोगों की सख्त निगरानी करने की बात भी कही थी। इसी बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।
कोरोना वायरस के दक्षिण अफ्रीका में पाए गए ओमिक्रॉन वैरिएंट ने तांडव मचा दिया है्। कई देशों में इस खतरनाक वैरिएंट को लेकर गाइडलाइंस बना दी गई हैं, वहीं कई जगह इसे लेकर ऐहतियात बरती जा रही है। वैरिएंट को WHO ने पहले ही ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’, यानि चिंताजनक घोषित किया है।
उड़ानों को फिर से शुरू करने के लिए जनता का जबरदस्त दबाव है
इससे पहले कनिष्ठ उड्डयन मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने सोमवार को कहा था कि अंतरराष्ट्रीय निर्धारित उड़ानों को फिर से शुरू करने के लिए जनता का जबरदस्त दबाव है। उन्होंने कहा था कि ‘हम पर अंतरराष्ट्रीय निर्धारित उड़ानें शुरू करने के लिए जनता का जबरदस्त दबाव है। हम सभी प्रोटोकॉल और सावधानी बरत रहे हैं। बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति, विशेष रूप से पर्यटकों की हवाई अड्डे पर जांच और परीक्षण किया जा रहा है। परिणामों की जांच करने के बाद ही, उन्हें अनुमति दी जा रही है।