नयी दिल्ली/चेन्नई : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने अपने और अपने पुत्र कार्ति चिदंबरम के चेन्नई स्थित आवास समेत कई अन्य ठिकानों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की आज की गई छापेमारी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार उनकी आवाज को दबाना और लेखनी को बंद करना चाहती है।
यह छापेमारी आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशी निवेश की मंजूरी दिलाने के मामले में कार्ति चिदंबरम की कथित संलिप्तता के संदर्भ में की गयी है। गत 17 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 40 करोड़ रुपये से अधिक जुड़े विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) कानून के उल्लंघन को लेकर कार्ति चिदंबरम और उनसे कथित तौर पर संबंधित कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उनके खिलाफ एयरसेल-मैक्सिस केस में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की भी जांच की जा रही है।
श्री चिदंबरम ने एक बयान जारी कर कहा,”केंद्र सरकार सीबीआई और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल मेरे पुत्र और उसके दोस्तों के खिलाफ कर रही है।” पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा,”सरकार का इरादा मेरी आवाज को बंद करना और मुझे लिखने से रोकना है जैसा कि विपक्षी दलों के नेताओं, पत्रकारों, कॉलम लिखने वालों, गैर सरकारी संगठनों और सिविल सोसायटी संगठनों के मामलों में करने की कोशिश की है।” उन्होंने कहा,”मैं बोलना और लिखना जारी रखूंगा।”
(वार्ता)