भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलो के मध्यनजर केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन के 12 करोड़ खुराक का आदेश दिया है। मार्च में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार भारी बढ़ोतरी के बाद दिल्ली, महाराष्ट्र और केरल के नेताओं ने केंद्र सरकार से लोगों को और अधिक खुराक देने की अपील की है। सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक को और खुराक देने का आदेश दिया है।
सरकार का ये फैसला ऐसे समय में आया है जब देश में कोरोना वायरस एक बार फिर पैर पसार रहा है। अधिकारियों और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह वायरस की एक नई लहर हो सकती है जिसे देश के कई हिस्सों में देखा जा रहा है। 10.2 करोड़ खुराकों में से, 1 करोड़ खुराक कोविशिल्ड के होंगे जो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियाद्वारा निर्मित किए जाएंगे। बाकी भारत बायोटेक द्वारा कोवाक्सिन के होंगे। बता दें कि भारत में अब तक लोगों के बीच इस्तेमाल के लिए केवल इन दो टीकों को ही अनुमति दी गई है।
बता दें कि 1 मार्च से देशभर में आम लोगों को भी टीका लगाने का अभियान जारी है। इसके अंदर 60 साल से ऊपर के सभी लोग और 45 साल से ऊपर के वे लोग हैं जो गंभीर बिमारियों से पीड़ित हैं वो केरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं। भारत में दोनों टीकों की 4.36 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं। भारत का लक्ष्य जुलाई के अंत तक 30 करोड़ लोगों टीका लगाने की है।
इनमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फ्रंटलाइन वर्कर्स और उनकी उम्र या कोमोरिड स्थितियों के कारण सबसे अधिक जोखिम वाले लोग शामिल हैं। लेकिन अब विशेषज्ञों का मानना है कि मामलों की इस नई लहर का सामना करने के लिए जितना संभव हो सके अब लोगों को खुराक लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।