चुनाव आयोग ने गुरुवार को गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। गुजरात में मतदान 1 और 5 दिसंबर को होंगे और मतदानो की गिनती हिमाचल प्रदेश के साथ 8 दिसंबर को की जएगी। चुनाव आयोग सीईसी राजीव कुमार ने कांग्रेस के आरोपों पर भी खुलकर जवाब दिया है। जब आयोग से पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के कारण गुजरात चुनाव की तारीखों की घोषणा में देरी हुई? इस पर आयोग ने कहा कि गुजरात में चुनाव की घोषणा तय शेड्यूल के मुताबिक हुई है।
मतदाताओं का बहुत बड़ा अपमान!
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा है कि हमरे कदम शब्दों से ज्यादा बोलते हैं। उन्होंने कहा कि बोलकर मैं आपको कितना भी समझाने की कोशिश करूं, इससे ज्यादा जरूरी है कि हमें जो नतीजे मिलते हैं, वे सही है या नहीं। अगर हम कहें कि चुनाव के बाद के नतीजों में किसी तरह की कमी है तो यह शायद मतदाताओं का बहुत बड़ा अपमान है।
भारत का चुनाव आयोग एक स्वायत्त संस्था
बता दें, गुजरात चुनाव में देरी को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा था कि भारत का चुनाव आयोग एक स्वायत्त संस्था है। यह निष्पक्ष चुनाव कराती है। ट्वीट के साथ कांग्रेस ने गांधी जी के तीन बंदरों का फोटो भी शेयर की थी।
चुनाव आयोग ने यह 10 बड़ी बाते बोली है-
- गुजरात में 4.9 करोड़ लोग करेंगे मतदान।
- गुजरात में 4.61 लाख युवा मतदाता और 3.24 लाख नए मतदाता मतदान करेंगे।
- प्रत्येक बूथ पर औसतन 948 मतदाता होंगे।
- चुनाव आयोग ने मोरबी के मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और मृतकों को श्रद्धांजलि दी।
- गुजरात में करीब 82 हजार सर्विस वोटर, 100 साल से ऊपर के 10,460 वोटर।
- गुजरात चुनाव में 80 साल से ऊपर के 9.87 लाख मतदाता।
- गुजरात चुनाव में 50 प्रतिशत मतदान केंद्रों का सीधा प्रसारण।
- दिव्यांगों के लिए 182 विशेष मतदान केंद्र और महिलाओं के लिए 1274 विशेष मतदान केंद्र।
- गुजरात चुनाव के लिए 51782 मतदान केंद्र।
- फेक न्यूज से निपटने के लिए बनाई टीम।