गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार का गुरुवार को आखिरी दिन है । आपको बता दे की प्रचार के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई दिग्गजों की रैलियां हैं। प्रधानमंत्री मोदी के लिए ये चुनाव प्रतिष्ठा का है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने जा रहे राहुल गांधी के लिए ये चुनाव लिटमिस टेस्ट है। पहले चरण में 89 सीटों पर 977 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इनमें मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं।
राजनीतिकों के अनुसार , जो पार्टी सौराष्ट्र और कच्छ में ज्यादा सीटें हासिल करेगी। उसी के गुजरात में सरकार बनाने के ज्यादा चांस होंगे। बता दे की इससे पहले साल 2012 के चुनाव में सौराष्ट्र और कच्छ की 58 सीटों में से भाजपा ने 35 सीटें जीती थीं. वहीं कांग्रेस ने 20 सीटें जीत हासिल की थीं। वहीं साल 2007 में सौराष्ट्र और कच्छ में भाजपा को 43 और कांग्रेस को 14 सीटें की आई थी। पहले चरण का मतदान नौ दिसम्बर को होगा और इस चरण में सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात की 89 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जायेंगे. इस चरण में 977 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और दूसरे और अंतिम चरण का चुनाव 14 दिसंबर को होना है। वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी।
हालांकि भाजपा ने कांग्रेस के इस अनुमान को खारिज किया है और कहा है कि पार्टी ज्यादा मजबूती के साथ राज्य की सत्ता में फिर से आयेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोरदार ढंग से पार्टी के लिए प्रचार किया और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी इसमे अहम भूमिका निभायी है।
वही , कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐसे समय में पार्टी के प्रचार का नेतृत्व किया है जब कांग्रेस पिछले 22 वर्षों से इस पश्चिमी राज्य की सत्ता से बाहर है। आज सूरत में पीएम मोदी एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।
गुरुवार को चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने का पूरा प्लान बना चुकी है। इसके लिए कांग्रेस राज्य भर में कई प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। पार्टी के करीब 25 से 30 दिग्गज नेता गुजरात के अलग-अलग शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं से सवाल पूछेंगे और ये वो सवाल होंगे जो कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पिछले 8 दिनों से अपने ट्विटर वॉल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछ रहे हैं ।
राहुल ने PM मोदी से पूछा क़ि इन 22 सालों का गुजरात को अपने क्या दिया गुजरात इन 22 सालों का हिसाब मांग रही है ।
प्रधानमंत्रीजी- 9वां सवाल :
> न की कर्ज़ माफ़ी
> न दिया फसल का सही दाम
> मिली नहीं फसल बीमा राशि
> न हुआ ट्यूबवेल का इंतजाम
> खेती पर गब्बर सिंह की मार
> छीनी जमीन, अन्नदाता को किया बेकार
> PM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार?
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
प्रधानमंत्रीजी- 9वाँ सवाल:
न की कर्ज़ माफ़ी
न दिया फसल का सही दाम
मिली नहीं फसल बीमा राशि
न हुआ ट्यूबवेल का इंतजामखेती पर गब्बर सिंह की मार
छीनी जमीन, अन्नदाता को किया बेकारPM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार?
— Office of RG (@OfficeOfRG) December 7, 2017
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