लुधियाना : पंजाब सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में प्रि-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने के विरोध में आंगनवाडी केंद्रों का आंदोलन और तेज हो गया है। भले ही पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह, वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल व शिक्षा मंत्री द्वारा सरकारी स्कूलों में प्रि प्राइमरी कक्षाएं शुरू होने के बावजूद आंगनवाडी वर्करों की जॉब को कोई खतरा नहीं होने का बयान दिया जा चुका है लेकिन इसके बावजूद आंगनवाडी केंद्रों की वर्करों को इससे संतुष्टि नहीं मिली है तथा आज यह संघर्ष उस समय नया मौड़ ले गया जब पंजाब भर में अपनी मांगों को लेकर आंगनवाड़ी मुलाजिम यूनियन के सदस्यों ने जेल भरों आंदोलन शुरू कर दिया। इस दौरान आंगनवाड़ी वर्करों ने कैप्टन सरकार के खिलाफ सूबे के हर जिले में जमकर प्रदर्शन किया।
जालंधर में भी आंगनवाड़ी वर्करों ने रैली निकालने के बाद डीसी आफिस के बाहर धरना दिया। अमृतसर, पटियाला, संगरूर, नवांशहर में भी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरने के बाद गिरफतारियां दी। पंजाब में कई स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच टकराव और धक्कामुक्की हुई है। लुधियाना में पुलिस और वर्करों में झड़प होने का समाचार है। प्रदर्शनकारी महिलाएं डीसी आफिस में घुसने की कोशिश कर रही थी तो महिला पुलिसकर्मियों के रोकने के कारण दोनों पक्षों में टकराव हो गया। फतेहगढ़ में भी अंागनवाड़ी वर्कर अपने बच्चों के साथ गिरफतारियां देने आई थी।
इसी सिलसिले में आज फिरोजपुर रोड़ पर स्थित लुधियाना के डीसी अािफस के बाहर सैंकडों की संख्या में आंगनवाडी वर्कर अपने बैग सहित धरने पर बैठ गई जबकि गुरदासपुर में आंगनवाड़ी वर्करों और महिला पुलिस के मुलाजिमों के मध्य जमकर हाथापाई होने के कारण कुछ आंगनवाड़ी वर्कर और कुछ पुलिस मुलाजिम कर्मचारी जख्मी हुए है। पुलिस ने आंगनवाड़ी वर्करों और हैल्परों को डिप्टी कमीश्रर कार्यालय के मैदान में ही रोके रखा। जबकि प्रदर्शनकारी मुलाजिमों का कहना था कि वह आज जेल भरों आंदोलन शुरू करेंगी। इस अवसर पर सिटी पुलिस स्टेशन इंचार्ज श्याम लाल और गुरदासपुर सदर पुलिस इंचार्ज राजिंद्र कुमार और तिबड़ पुलिस स्टेशन इंचार्ज कुलवंत सिंह की अगुवाई में भारी पुलिस फोर्स और महिला फोर्स डिप्टी कमीश्रर के दफतर की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर तैनात थे। इसी बीच रोष प्रदर्शन करते हुए गिरफतारियां देने को अड़ी आंगनवाड़ी महिलाओं की पुलिस मुलाजिम के साथ काफी धक्का-मुक्की हुई।
इस अवसर पर आंगनवाड़ी प्रधान वरिंद्र कौर ने आरोप लगाया कि कई सालों से आंगनवाड़ी वर्कर के रूप में नौकरी कर रहे है और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करके सरकार ने नई प्री-नर्सरी योजना शुरू करके हमें नौकरियों से निकाल दिया है। जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिलता उनका संघर्ष जारी रहेंगा, इस अवसर पर पंजाब सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। यहां यह भी उल्लेखनीय कि आंगनवाडी वर्कस का आरोप है कि उन्हें बार बार सीएम से मिलने का टाइम दिया गया है लेकिन इसे रद कर दिया गया तथा अभी तक सीएम ने उनकी बात नहीं सुनी है।
पंजाब आंगनबाड़ी यूनियन की महासचिव सुभाष रानी का आरोप है कि पंजाब सरकार ने प्री-प्राइमरी कक्षाओं को शुरू करके आंगनबाड़ी वर्करों के पास और कोई चारा नहीं छोड़ा है कि उन्हें आज अपनी गिरफ्तारियां देने के लिए यहां एकत्र होना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने 20 सितंबर को आंगनबाड़ी वर्करों के विरूद्ध फैसला लेकर उन्हें बेरोजगार कर दिया है। यहां तक कि इतना बड़ा फैसला लेने से पहले दोनों विभागों को बिठाकर तालमेल बिठाने का प्रयत्न भी नहीं किया गया। सरकार व प्रशासन ने उनकी मुख्यमंत्री के साथ बैठक करवाने का भरोसा दिया था, लेकिन वह भी नहीं करवाई गई। फिलहाल लुधियाना में आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा जिलाधीश को ज्ञापन दिए जाने के पश्चात हुई नारेबाजी उपरांत वर्कर स्वयं ही पुलिस की गाडिय़ों में जा चढ़ी, जिन्हें थोड़ी ही दूर जाकर नीचे उतार दिया गया।
– सुनीलराय कामरेड