Coronavirus : हर्षवर्धन बोले- चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति में गुणवत्ता पर दिया जाए ध्यान - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

Coronavirus : हर्षवर्धन बोले- चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति में गुणवत्ता पर दिया जाए ध्यान

डा. हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिये भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) सहित अन्य संबद्ध विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित और इसके संदिग्ध मरीजों के इलाज में काम आने वाले चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति प्रक्रिया में गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। मंगलवार को उन्होंने कहा कि अस्पतालों में आपूर्ति किए जाने वाले सामान की गुणवत्ता को मानकों की कसौटी पर सख्ती से परखा जाये। 
बता दें कि इटली और स्पेन सहित अन्य देशों में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये दोयम दर्जे के चिकित्सा उपकरणों का आयात होने संबंधी खबरें सामने आने के बाद भारत इस दिशा में अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। डा. हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिये भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) सहित अन्य संबद्ध विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकारी और गैरसरकारी  अस्पतालों में कोविड-19 के परीक्षण की किट और चिकित्साकर्मियों के सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) सहित सभी प्रकार की सामग्री की यथाशीघ्र आपूर्ति सुनिश्चित हो साथ ही उन्होंने कहा कि चिकित्सा सामग्री की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार डा हर्षवर्धन ने बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण के परीक्षण और सैम्पलिंग प्रक्रिया की भी समीक्षा की।
उन्होंने आईसीएमआर, सीएसआईआर और अन्य संबद्ध एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल कायम करने की प्रभावी रणनीति की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने वेंटिलेटर, परीक्षण किट, पीपीई स्वास्थ्य मंत्रालय और डीएसटी के बीच अंतर-विभागीय स्तर पर बेहतर तालमेल की सराहना की। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राज्यों में भी परीक्षण किट और अन्य जरूरी उपकरणों की आपूर्ति में कमी न हो। साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों एवं लद्दाख और अन्य संघ शासित क्षेत्रों को अतिरिक्त सहायता देने का भी निर्देश दिया जहां परीक्षण की सुविधा या प्रयोगशाला नहीं है।

कर्नाटक में कोरोना वायरस के 7 नये मामले आए सामने, कुल संक्रमितों की संख्या 98 हुई

स्वास्थ्य मंत्री ने पूरे देश में कोरोना वायरस के संकमण की परीक्षण सुविधाओं के बारे में आईसीएमआर द्वारा जारी दिशानिर्देशों के पालन की दैनिक समीक्षा भी करने को कहा जिससे परीक्षण की गुणवत्ता को बरकरार रखा जा सके। बैठक में आईसीएमआर के महानिदेशक डा बलराम भार्गव ने बताया कि देश में इस समय 13 हजार परीक्षण प्रतिदिन की क्षमता के साथ सरकार की 129 प्रयोगशालायें कार्यरत हैं। इनमें एनएबीएल की मान्यताप्राप्त 49 प्रयोगशालायें भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि देश में निजी प्रयोगशालाओं द्वारा 16 हजार केन्द्रों से नमूने भी एकत्र किये जा रहे हैं। परीक्षण किट की पर्याप्त उपलब्धता की जानकारी देते हुये डा भार्गव ने कहा कि अब तक देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के 38442 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें से 1334 परीक्षण निजी प्रयोगशालाओं में किये गये। बैठक में मौजूद जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डा रेणु स्वरूप ने बताया कि वेंटिलेटर और परीक्षण किट का देश में ही निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

four × one =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।