सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को रेयान मर्डर केस की सुनवाई होनी थी। चीफ जस्टिस की अदालत यानी कोर्ट नंबर-1 के सामने वरुण ठाकुर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। अचानक वरुण ठाकुर के फोन की घंटी बजी। फोन रिसीव किया तो दूसरी ओर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर फोन पर थे। सीएम ने परिजनों को फोन पर ढांढस बंधाया और कहा कि सरकार हर वह जांच कराने को तैयार है, जो परिजन चाहते हैं। अगर परिजन सीबीआई जांच चाह रहे हैं तो सरकार उसे कराने की सिफारिश केंद्र सरकार से करेगी।
केंद्र से मंजूरी मिलते ही मर्डर केस की जांच का जिम्मा सीबीआई के सुपुर्द कर दिया जाएगा। सरकार ने मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को समझते हुए जांच के लिए एसआईटी का गठन किया हुआ है। दोषियों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पूरे प्रकरण को अंजाम देने में संलिप्त हर दोषी पर कड़ी कार्रवाई होगी। उधर, प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने बताया कि सीएम से उनकी बातचीत हुई है। सीएम ने सीबीआई जांच कराने का भरोसा दिया है।
बता दें कि प्रद्युम्न के मर्डर के बाद से ही परिजन पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग करते आ रहे हैं। हालांकि, वन मंत्री राव नरबीर के बेतुके बोल सरकार के लिए मुसीबत बन गए थे। उन्होंने परिजनों की सीबीआई जांच की मांग को यह कहते हुए नकार दिया था कि आजकल पीड़ित हर मामले की सीबीआई जांच की मांग कर देते हैं। इसके बाद रेयान स्कूल में अध्ययनरत छात्रों के अभिभावकों ने उग्र प्रदर्शन भी किया था। पूरे घटनाक्रम की समीक्षा के बाद अब सीएम मनोहर लाल ने सीबीआई जांच का निर्णय ले लिया है।