करनाल : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज कहा कि उनकी सरकार ने अब न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मक्का खरीद का भी फैसला किया है। राज्य सरकार ने बाजरा और सूरजमुखी की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद की प्रक्रिया फिर से शुरू करने के बाद यह नयी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएसपी पर खरीदे गए बाजरे और मक्के का इस्तेमाल सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) स्टॉक के लिए किया जाएगा। यहां एक नई सहकारी चीनी मिल की आधारशिला कार्यक्रम के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
खट्टर ने कहा कि नई सहकारी चीनी की स्थापना के साथ पेराई सीजन में 60 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की जाएगी। इसके अतिरिक्त इस मिल में सह-बिजली उत्पादन संयंत्र से 15 मेगावॉट बिजली उत्पन्न होगी। इसमें से 10.50 मेगावाट बिजली की बिक्री की जाएगी, इससे चीनी मिल को 15 करोड़ की अतिरिक्त आमदनी होगी। आज के दिन को क्षेत्र के लोगों के लिए ऐतिहासिक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चीनी मिल पर 225 करोड़ रुपये खर्च होंगे और यह करनाल और पानीपत जिलों के 232 गांवों के किसानों को फायदा पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि इस नई चीनी मिल की चीनी अधिक परिष्कृत होगी। उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य सरकार ने एक योजना तैयार की है।
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