नई दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री जनधन योजना को मोदी सरकार का एक और जुमला करार दिया और कहा कि इससे किसी को फायदा नहीं हुआ उल्टे इन खातों को बनाए रखना बैंकों के लिए सिर दर्द जरूर बन गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार का यह जुमला बड़ पैमाने पर धोखाधड़ साबित हो गया है। बैंको को बताया गया था कि इसके तहत, बिना खर्च किये उनके पास बहुत बड़ रकम आ जायेगी लेकिन सचाई इससे अलग है।
बैंको को इन खातों को बनाये रखने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। हालात यह है कि देश के सबसे बड़ बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इन खातों को बनाये रखने के लिए अब तक 775 करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं। योजना से न बैंकों को कोई फायदा हुआ और ना ही ग्राहकों को कोई लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि सरकार इस योजना को लेकर लोगों को गुमराह कर रही है।
जनधन खाता धारकों को 30 हत्रार रुपये के‘जीवन बीमा’और‘दुर्घटना बीमा सुविधा’देने का प्रचार किया जा रहा है, लेकिन यह नहीं बताया जा रहा है कि यह सुविधा सिर्फ उन खाताधारकों के लिए है जिन्होंने 15 अप्रैल 2014 से 31 जनवरी 2015 के बीच खाते खुलवाएं हैं। इस योजना के तहत उसके बाद जो भी खाते खुले हैं उन्हें यह सुविधा नहीं दी जा रही है। श्री चिदम्बरम ने कहा कि मोदी सरकार ने इसके बारे में सचाई को छिपाया है। उनका मकसद इसके तहत लोगों को सुविधा देना नहीं बल्कि अधिक से अधिक खाते खुलवाना था और इसके लिए लालच दिया गया। इसी का परिणाम है कि सरकार के पास इसका जवाब नहीं है कि योजना के तहत अब तक कितने लोग लाभान्वित हुए।