विदिशा : विदिशा में एक वर्ष पूर्व स्वास्थ्य विभाग में व्यापमं की तर्ज पर हुई 15 कर्मचारियों की नियुक्ति घोटाले में घोटाला ऊजागर होने पर स्वास्थ्य संचालनालय ने एक वर्ष पूर्व ही 15 कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे, एफआईआर दर्ज न होने पर 10 दिन पहले द्वारा आदेश जारी किए गए, उसके बाद भी ध्यान न दिए जाने पर भ्रष्टाचार उन्मूलन संघर्ष समिति ने कलेक्टर अनिल सुचारी को ज्ञापन देकर फर्जी नियुक्ति मामले में सीएमएचओ दीपक आर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, और एफआईआर दर्ज न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी, जिसके बाद फर्जी दस्तावेजों से नौकरी हासिल करने वाले 17 कर्मचारियों के खिलाफ बीती रात धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में कोतवाली में केंस दर्ज कर लिया गया है, स्वास्थ्य विभाग के संचालक द्वारा सख्त आदेश जारी होने के बाद यह कार्यवाही की गई है।
जिले में पिछले वर्ष व्यापमं द्वारा चयनित परीक्षा के बाद काउंसलिंग के आधार पर विभिन्न पदों पर कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था, लेकिन इस नियुक्ति में कुछ कर्मचारियों ने फर्जी दस्तावेज लगाकर नियुक्ति हासिल कर ली थी, सितंबर वर्ष 2016 में यह फर्जीवाड़ा ऊजागर होने पर तीन बार आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश मिलने के बाद भी कार्यवाही न किए जाने पर कर्मचारी अपने पदों पर नौकरी भी करते रहे और बेतन लेते रहें ,सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ स्थापना लिपिक रितेश आर्य को भी आरोपी बनाया गया है। सीएमएचओ डाक्टर आर्य की शिकायत पर कोतवाली थाने में 17 कर्मचारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।