स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के पुख्ता इंतजाम है और देश में प्रति तीन किलोमीटर पर कोविड-19 के संक्रमण से निपटने का कोई ना कोई केंद्र है।
डॉ हर्षवर्धन ने सदन में दो दिन में लगभग चार घंटे तक कोरोना महामारी की स्थिति और निपटने के उठाये गये कदमों पर चली चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में देश में बुनियादी ढांचे का निर्माण कर लिया गया है।लगभग आठ महीने पहले देश में कोरोना वायरस से निपटने का कोई इंतजाम नहीं था लेकिन सरकार के समन्वित प्रयासों से महामारी से निपटने के लिए एक बुनियादी ढांचा तैयार कर लिया गया है।उन्होंने कहा कि मास्क, वेंटिलेटर और पीपीई बनाने के संयंत्र देश में हैं और इनमें खपत से ज्यादा माल का उत्पादन किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार ने जो इंतजाम किए हैं, उनसे मरीजों की संख्या में कमी आयी है और मृत्यु दर कम बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य कोरोना महामारी से मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम पर लाना है। डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना महामारी की शुरुआत में दुनिया भर के विशेषज्ञों ने भारत में अगस्त – सितंबर तक 30 करोड कोरोना मरीज होने और 50 – 60 लाख लोगों की मौत होने की आशंका व्यक्त की थी। यह सरकार के प्रयास ही है जिससे यह आशंका खारिज हुई है।
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना महामारी के इलाज की वैक्सीन बनाने का काम तीन चरणो में चल रहा है।उन्होंने स्वीकार किया कि कोरोना वायरस से निपटने में वैक्सीन आने के बाद इसके उत्पादन और वितरण में समय लगेगा इसलिए मास्क पहनने, सुरक्षित दूरी बनाने और बार-बार हाथ धोने के मानक का पालन करना चाहिए।
हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रकोप से निपटने के लिए सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं जिसके कारण संक्रमण से मृत्यु दर अन्य देशों की तुलना में बहुत कम है। उन्होंने कहा कि सरकार इस महामारी का रणनीतिक तरीके से मुकाबला कर रही है और अभी तक सफल रही है। सरकार को कोविड-19 के नये मामले और इससे होने वाली मौतों पर रोक लगाने में सफलता मिली है।
स्वास्थ्य मंत्री ने सदन को कोरोना संक्रमण के मामलों में देश की स्थिति और इससे लड़ने के लिए सरकार की रणनीति की जानकारी देते हुए बताया कि देश महामारी से मरने वालों की संख्या कम है और इसके प्रसार को रोकने के लिए उठाए गये कदम सफल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि देश में 13 राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं लेकिन दुनिया के अन्य देशों की तुलना में यहां स्थिति ज्यादा बेहतर है। कोरोना के कारण ज्यादातर मामले और मौतें महाराष्ट्र, आंध, प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम, केरल,पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा और गुजरात से हैं।सरकार के प्रयास से कोरोना संक्रमण पर रोक लगी है। कोरोना संक्रमितों के मामले भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है।