असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा(Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि बांग्लादेश में जारी हिंसा पूर्वोत्तर राज्यों के लिए गहरी चिंता का विषय है। पड़ोसी देश कभी भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी संगठनों के लिए सुरक्षित पनाहगाह के रूप में काम करता था।
Highlights
. Himanta Biswa Sarma ने बांग्लादेश हिंसा पर दिया बयान
. कहा बांग्लादेश में जारी हिंसा पूर्वोत्तर राज्यों के लिए चिंता का विषय है
हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, हमने अतीत में देखा है कि बांग्लादेश असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में सक्रिय कई आतंकी संगठनों के लिए सुरक्षित पनाहगाह के रूप में काम करता रहा है। पिछले 15 वर्षों से पड़ोसी देश में शेख हसीना सरकार के कार्यकाल के दौरान स्थिति बदल गई। बांग्लादेश इस समय अशांति से गुजर रहा है, इसलिए हम बेहद चिंतित हैं। गैरकानूनी संगठन इस स्थिति का फायदा उठा सकते हैं और उन्हें ताकत मिल सकती है।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि भारत सरकार को स्थिति की पूरी जानकारी होनी चाहिए और बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार के साथ बातचीत कर सक्रिय कदम उठाने चाहिए।उन्होंने आगे कहा, मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
Himanta Biswa Sarma : सीएम सरमा ने इस बीच, हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में मंदिरों पर हमले के आरोपों से संबंधित विभिन्न सोशल मीडिया पोस्टों पर भी प्रतिक्रिया दी।उन्होंने कहा, मैंने बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिरों और अन्य हिंदू आबादी वाले इलाकों पर हमलों का दावा करने वाले पोस्ट देखे हैं। हालांकि, केंद्र सरकार का विदेश मंत्रालय इस संबंध में बयान जारी करने वाली एकमात्र अधिकृत एजेंसी है। केंद्र सरकार पड़ोसी देश में हो रहे घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रही है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।