पूर्व राज्य सभा सदस्य मोहम्मद अदीब ने कहा कि देश के हर मुसलमान को चाहिए कि वह दो हिन्दुओं को अपना मित्र बनायें ताकि समाज में समरसता पैदा हो सके। मो। अदीब गुरूवार को यहां पत्रकारों से कहा कि भारत के अधिकांश हिन्दू उदारवादी हैं और उन्हें अपना मित्र बनाकर समाज में फैल रही नफरतों पर अंकुश लगाया जा सकता है इसलिए हर मुसलमान को दो हिन्दू मित्र बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने हिन्दू मित्र के साथ उठना बैठना कीजिए और मैत्रीय इतनी मजबूत हो कि उनके बच्चे के भविष्य का फैसला मुसलमान मित्र करें और मुसलमान के बच्चे के भविष्य का फैसला हिन्दू मित्र करे।
उन्होंने कहा कि आज जगह-जगह हो रहे हमले के बाद कोई राजनीतिक दल न तो इन हमलों की निन्दा करता है और न ही उसके हाल पूछता है,लेकिन धर्म निरपेक्ष उदारवादी हिन्दू समाज के लोग ही उसके समर्थन में खडे होते हैं। उन्होंने कहा कि आज उदारवादी हिन्दू भी उतना ही चिन्तित है जितना कि एक मुसलमान चिन्तित है। मो।
अदीव ने कहा कि आज कौन बडा हिन्दू है यह सिध्द करने के लिए बडी प्रतिस्पर्धा चल रही है लेकिन गरीबों की और भूख से लड़ रहे लोगों की बातें करने वाले लोग नहीं रह गये हैं। उन्होंने कहा कि देश में खुली बहस से लोग डरने लगे हैं और यह वातावरण देश के हित में नहीं है।
उनहोंने कहा कि मुसलमानों को अपनी शिक्षा के साथ-साथ मुस्लिम युवकों के व्यवहार और उनके आचरण के लिए भी प्रशिक्षण होना चाहिए क्योंकि आज के अधिकांश विश्वविद्यालय कारखाने है और वहां इंसान कम ही पैदा होते है। पूर्व राज्यसभा सदस्य अदीब आज गोरखपुर में आयोजित अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खां के जन्म दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम में भाग लेने आये हुए हैं।