हिन्दू नेता आचार्य स्वामी का निधन हो गया।राजस्थान में उन्होंने आज अपनी अंतिम सांस ली।बताया जा रहा है कि वह काफी समय से बीमार चल रहे थे , उन्हें एसएमएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।एक महीने से उनका अस्पताल में इलाज हो रहा था।
आचार्य के निधन पर देशभर के हिन्दू संगठनों ने दुख जताया है। राम मंदिर विवाद आंदोलन में सक्रिय रहकर आचार्य ने अपना पूरा योगदान दिया था। विश्व हिन्दू परिषद से लंबे समय तक जुड़े थे, इस दौरान वो काफी ज्यादा चर्चा में रहे थे। कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा था। बीजेपी के कई नेता उनसे मिलने अस्पताल गए थे।
आपको बता दें कि वो राम मंदिर के मुद्दे पर खुलकर बात करते थे। सबसे बड़ा बयान तो उन्होंने बाबरी विध्वंस के मामले में दिया था और इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि "मैं ही हूं आरोपी नंबर वन किसी से बिना डरे उन्होंने कहा सजा से क्या डरना जो किया है सबके सामने किया है।"