गृह मंत्रालय ने 3 अप्रैल को होने वाला पद्म पुरस्कार समारोह स्थगित किए जाने की घोषणा की है। सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण एहतियातन यह फैसला लिया है। मंत्रालय ने कहा कि समारोह की नई तारीख और समय की घोषणा बाद में की जाएगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को ‘महामारी’ घोषित किया है और भारत ने भी इसे ‘आपदा’ माना है। सरकार ने यह फैसला वायरस के उच्च संक्रामक होने और इससे बचाव के लिए सामाजिक जुटान को टालने उद्देश्य से लिया है।
इस वर्ष पद्म पुरस्कार के लिए 141 नाम घोषित हैं, जिनमें चार पुरस्कार दो-दो शख्यियतों को संयुक्त रूप से दिए जाने की घोषणा की गई थी। पुरस्कार के लिए चयनित शख्यियतों की सूची में सात नाम पद्म विभूषण के लिए, 16 पद्म भूषण और के लिए और 118 पद्मश्री के लिए हैं।
चयनित शख्यियतों में कम से कम 33 महिलाएं और 18 विदेशी हैं, 12 को मरणोपरांत पुरस्कार अर्पित किया जाना है।
राजनेताओं जॉर्ज फर्नाडिस, अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार अर्पित किया जाना है। आध्यात्मिक श्रेणी में उडुपी मठ के विश्वतीर्थ स्वामीजी श्री पेजावरा अधोखजा को मरणोपरांत इसी पुरस्कार से अलंकृत किया जाना है।
इनके अलावा पद्म विभूषण, पद्म भूषण व पद्मश्री पुरस्कार सामाजिक कार्य, जनसेवा, शिक्षा, साहित्य, कला, विज्ञान, अभियांत्रिकी, व्यापार, उद्योग, चिकित्सा, खेल जैसी श्रेणियों में दिए जाने हैं। इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है।