चीन में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट BF.7 कहर बरपा रहा है। यह वेरिएंट तेजी से फैल रहा है कि चीन की राजधानी
बीजिंग में ही करीब 70 फीसदी लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। धीरे-धीरे मरने वालों की संख्या भी बढ़ने लगी है। यहां हालात इतने खराब हो गए हैं कि लोगों को अपने परिवार के अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। इससे भारत समेत कई देश अलर्ट हो गया है। वहीं इस पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह पूरी दुनिया में फैल सकता है.. जिसके लिए भारत ने भी अपनी कमर कस ली है और भारत के कई राज्यों के साथ साथ केन्द्र सरकार हाई अलर्ट पर है.. क्योंकि भारत में भी BF.7 के चार मामले सामने आ चुके हैं।
कितना खतरनाक है कोरोना का नया वेरिएंट BF.7
दरअसल BF.7 असल में एक शॉर्ट फ़ॉर्म है। इसका पूरा नाम BA.5.2.1.7 हैं। ये ओमिक्रॉन के BA.5 वेरिएंट का सब-वेरिएंट है दुनिया भर में ओमिक्रॉन के BA.5 वेरिएंट के ही सबसे ज़्यादा केस दर्ज हैं। बता दें कि कोरोना के कुल मामलों के क़रीब 76 प्रतिशत मामले इसी वायरस के हैं। वहीं आप यह भी समझिए कि, चीन में जिस तरह की रिपोर्ट्स आ रही हैं, उनसे तो संकेत यही मिलता है कि BF.7 बाक़ी ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट्स से ज़्यादा ख़तरनाक है।
सबसे ज्यादा तेजी से फैलने वाला वेरिएंट
इसकी संक्रमण क्षमता सबसे ज्यादा है। और यह बहुत ही तेजी से फैलता है। BF.7 से संक्रमित व्यक्ति 10 से 18 लोगों को इनफेक्ट कर सकता है। ओमीक्रॉन के बाक़ी वेरिएंट्स औसतन 5 लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। तो आप खुद समझिए की यह कितना खतरनाक हो सकता है।
इंक्यूबेशन पीरियड कम
वहीं इस वेरिएंट का इंक्यूबेशन पीरियड भी कम है. इनक्यूबेशन पीरियड माने वायरस के संपर्क में आने और पहले लक्षण दिखने के बीच का समय होता है, मतलब कि जैसे ही आप BF.7 के संपर्क में आए, तो आपको यह तुरंत ही अपनी चपेट में ले सकता है। और रिपोर्ट्स तो ये भी कह रही हैं कि उन लोगों को खतरा ज़्यादा है, जिन्हें पहले कोरोना हुआ हो हो या जिन्हें वैक्सीन लगी हो।