कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर आंतरिक चुनाव का परिणाम बीत दिन जारी हो गया हैं । वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारी मतों से पार्टी का चुनाव जीता था। मल्लिकार्जुन खड़गे 24 साल बाद ऐसे पहले शख्स हैं जो गांधी परिवार से बाहर के सियासी व्यक्ति हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पूर्ववत से ही तय मानी जा रही थी। लेकिन प्रतिद्वदीं प्रत्याशी शशि थरूर पार्टी में इलेक्शन कराने के लिए आमद थे। शशि थरूर को करीब1072 मत मिले हैं, जो कांग्रेस इतिहास की सबसे बुरी हार हैं। विजेता मल्लिकार्जुन खड़गे को 7897 मत मिले हैं, जो एकतरफा जीत के लिए काफी हैं।
चुनाव में कई नेता आजमाना चाहते है किस्मत
एक रिपोर्ट के अनुसार इस चुनाव में कई नेता अपनी किस्मत आजमाना चाहते थे। गहलोत ने खुद को इस चुनाव से अलग कर लिया, जबकि दिग्विजय सिंह नामांकन दाखिल करने वाले थे उससे ठीक पहले उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। क्योंकि मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव लड़ रहे थे। कहा जा रहा कि कांग्रेस दो वजहों से खड़गे को अध्यक्ष बनाने के लिए तैयार हुई थी। जिसके बाद अब खड़गे के सामने चुनाव जितने के बाद कई मुश्किलें खड़ी हो गई है।
जाकर पार्टी नेतृत्व ने खड़गे को चुनाव लड़ने की अनुमति दी थी।
मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव जितने से कांग्रेस को होगा काफी फायदा
मल्लिकार्जुन के चुनाव जितने से कांग्रेस को सबसे बड़ा फायदा ये मिलने वाला है कि वो दलित समाज से आते है और कांग्रेस के कोर वोटर्स दलित ही है। खड़गे के अध्यक्ष बनने से लोगों के बीच अच्छा मैसेज जाएगा। वही दूसरी वजह है कि खड़गे सालों से पार्टी के करीबी नेता रहे है। उन्हें काफी अच्छा अनुभव रहा है। ऐसे में साल 2024 में होने वाले चुनाव में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। वही, अगले साल राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक सहित दस राज्यों में चुनाव हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर उनके सामने चुनावों में पार्टी को जीत की चुनौती है।