अफगानिस्तान में तालिबान का क्रूर चेहरा सबके सामने आ चुका है और इस संगठन ने इंसानियत को शर्मसार करते हुए दुनिया को आचंभित नहीं किया है। अफगानिस्तान सरकार भी तालिबान के सामने कुछ नहीं कर पा रही है और ऐसे में वहां किसी भी विदेशी नागरिक का रहना दूभर हो गया है। भारत के कई नागरिक अफगानिस्तान में रहते है, जिन्हें सुरक्षित भारत वापिस लाने के लिए देश का विपक्षी दल कांग्रेस लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव बना रहे है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से आग्रह किया कि युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से हिंदू और सिख समुदाय के लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की व्यवस्था की जाए। जयशंकर को लिखे पत्र में शेरगिल ने कहा कि भारतीय मूल के लोगो के प्रति अपने प्रेम के कारण वह यह निवेदन करने को विवश हुए हैं।
उन्होंने तालिबान के हमलों और अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान से बाहर जाने का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मौजूदा समय में अफगानिस्तान में मानवीय संकट पैदा हो गया है। इससे लोगों के जीवन को खतरा पैदा हो गया है। भारतीय मूल के लोगों के लिए भी खतरा है।’’
शेरगिल ने कहा कि सावजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी के हिसाब से करीब 650 सिख और 50 हिंदू अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं और ये लोग तालिबान का निशाना बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने तालिबान के हमलों और अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान से बाहर जाने का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मौजूदा समय में अफगानिस्तान में मानवीय संकट पैदा हो गया है। इससे लोगों के जीवन को खतरा पैदा हो गया है। भारतीय मूल के लोगों के लिए भी खतरा है।’’
शेरगिल ने कहा कि सावजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी के हिसाब से करीब 650 सिख और 50 हिंदू अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं और ये लोग तालिबान का निशाना बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की व्यवस्था की जाए।