रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चक्रवाती तूफान ताउते से प्रभावित क्षेत्रों में तलाशी और बचाव अभियान चलाने में सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) के प्रयासों की सराहना की।
अरब सागर में चार दिन पहले डूब गये एक बजरे पर सवार रहे 38 लोग अब भी लापता हैं और भारतीय नौसेना के जहाजों ने उनकी तलाश में रातभर अभियान चलाया लेकिन बृहस्पतिवार को और जीवितों के मिलने की संभावनाएं धूमिल होने लगीं।
तूफान ने सोमवार रात को गिर सोमनाथ, गुजरात के ऊना कस्बे के पास दस्तक दी थी और करीब 28 घंटे तक तबाही मचाने के बाद कम दबाव के क्षेत्र में बदल गया। गुजरात के विभिन्न हिस्सों में तूफान से संबंधित घटनाओं में 53 लोगों की जान चली गयी।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘उन्होंने (सिंह ने) समुद्र में फंसे हुए लोगों की जान बचाने के लिए भारतीय नौसेना और आईसीजी की सराहना की, वहीं प्रभावित क्षेत्रों में अपने कॉलम तैनात करने के लिए भारतीय सेना की और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों को पहुंचाने के लिए भारतीय वायुसेना की तारीफ की।’’
सिंह ने सोमवार को सशस्त्र बलों को निर्देश दिया था कि तूफान और उसके प्रभावों से निपटने के लिए असैन्य प्रशासनिक अधिकारियों की हरसंभव सहायता की जाए।