बलौदाबाजार: ये चमत्कार ही तो है जब इससे पहले रामनाथ कोविंद गिरौदपुरी आये थे, तो वो बिहार के राज्यपाल थे और कुछ दिन बाद ही जब फि र से गिरौदपुरी आये, तो वो देश के राष्ट्रपति थे। आज मुख्यमंत्री रमन सिंह जब बाबा गुरू घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में बाबा के चमत्कार को बयां कर रहे थे, तो इस दौरान ही उन्होंने ये बातें कही। मुख्यमंत्री आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ गिरौदपुरी पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने बाबा घासीदास को सादगी और सहजता की मूरत बताया।
रमन सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें बाबा घासीदास का आशीर्वाद मिला हुआ है। उन्हीं की कृपा से वे तीन बार मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने कहा कि इस तपोभूमि के दर्शन करने के लिए लाखों लोग आते हैं। उन्होंने कहा कि ये छत्तीसगढ़ के गौरव का प्रतीक है। यहां विकास का क्रम चल रहा है इसे और विकसित किया जाएगा। यहां राष्ट्रपति आए हैं. पैसे की व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार करेगी, सोलर लाइट की व्यवस्था की जाएगी। विकास के लिए उन्हें घासीदास का आशीर्वाद मिला है। उन्होंने कहा कि बाबा के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं।
गुरु घासीदास के सिद्धातों ने समाज को नई दिशा दी है। रमन सिंह ने खुद के मुख्यमंत्री बनने को भी बाबा के चमत्कार और आशीर्वाद से जोड़ा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान जब ये कहा जा रहा था कि इस कार्यक्रम में एक लाख से ज्यादा लोग आयेंगे, टेंट कैसे बनेगा, तो मैंने कहा- देखना जब कार्यक्रम होगा, तो भगवान खुद ही छांव कर देंगे, और देखिये अभी धूप नहीं है। मुख्यमंत्री ने गिरौदपुरी के विकास के लिए सरकार की तरफ से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान पंथियों को 15-15 हजार रुपये देने का भी ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा के प्रति कितना आस्था है, उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बाबा के दर्शन के लिए रात्रि विश्राम रायपुर में किया। राष्ट्रपति कोविंद ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ को बाबा घासीदास ने समाज सुधार में आगे बढ़ाया।
उन्हें उम्मीद है कि बाबा के कथानुसार राज्य में समानता पर आधारित समाज का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि ये स्थान एक तीर्थ स्थान है. बाबा की वजह से पूरी दुनिया के लोग छत्तीसगढ़ को जानते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि गुरु घासीदास ने समाज को नई दिशा दी है। घासीदास ने समाज में बदलाव लाया, बिखरे हुए समाज को 200 साल पहले सुधारने का काम किया। उन्होंने जो काम किया वो अनुकरणीय है, उन्होंने सत्य को ही ईश्वर बताया, रमन सिंह ने कहा कि वे यहां बाबा के आदेश से आए हैं। वे यहां राष्ट्रपति नहीं बल्कि श्रद्धालु के रुप में आए हैं।