भारतीय वायु सेना (आईएएफ) का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर काबुल से 35 लोगों को लेकर गुरुवार को गाजियाबाद के हिंडन वायुसेना स्टेशन पर उतरा। संकटग्रस्ट अफगानिस्तान से निकाले गए 35 लोगों में 24 भारतीय और 11 नेपाली नागरिक शामिल हैं। सभी लोगों को एयरपोर्ट से आईटीबीपी की बसें छावला स्थित क्वारंटाइन सेंटर लेकर जाएंगी। भारत ने काबुल के साथ-साथ कतर और ताजिकिस्तान जैसे अन्य देशों से हवाई बचाव अभियान जारी रखा है, जिसका नाम ऑप्स देवी शक्ति है।
भारतीय अधिकारी न केवल भारतीयों को बल्कि अफगान नागरिकों को भी निकालने के लिए चौतरफा प्रयास कर रहे हैं। ऑपरेशन की घोषणा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 24 अगस्त को की थी। जयशंकर ने गुरुवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में अफगानिस्तान से प्रत्यावर्तन और अन्य अनुरोधों को सुव्यवस्थित तरीके से समन्वयित करने के लिए 16 अगस्त को एक विशेष अफगान सेल की स्थापना की थी।
जयशंकर द्वारा साझा किए गए निकासी आंकड़ों के अनुसार, अब तक कुल 175 दूतावास कर्मियों 263 अन्य भारतीय नागरिकों, हिंदुओं और सिखों सहित 112 अफगान नागरिकों, 15 अन्य या तीसरे देश के नागरिकों को निकाला गया है। उन्होंने कहा कि अब तक कुल 565 लोगों को निकाला गया है। केंद्र सरकार ने अन्य एजेंसियों द्वारा भारतीयों को निकालने में भी मदद की है। इन लोगों को कतर के दोहा, ताजिकिस्तान के दुशांबे और अन्य पड़ोसी देशों से एयर इंडिया की विशेष उड़ानों और कुछ निजी वाहकों से नई दिल्ली लाया गया है।