मुंबई में पिछले तीन दिन से चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की बैठक शुक्रवार को खत्म हुई। बैठक के खत्म होने के बाद संघ के सरकार्यवाहक भैयाजी जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि अगर जरुरत पड़ेगी तो हम एक बार फिर 1992 जैसा आंदोलन करेंगे।भैयाजी जोशी ने कहा कि अयोध्या को लेकर पिछले 30 साल से हम आंदोलन कर रहे हैं, सामूहिक रूप से समाज की अपेक्षा है कि अयोध्या में राम मंदिर बने। इसमें कानूनी बाधाएं हैं, हमें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट हिंदू समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अपना फैसला देगा।
Avashyakta padi to karenge: Bhaiyyaji Joshi, RSS when asked ‘Jis tarah se 1992 mein aandolan kiya gaya tha us tarike se aadnolan kiya jaagea iss mudde par?’ #RamMandir pic.twitter.com/x0YkEC7VIQ
— ANI (@ANI) 2 November 2018
लेकिन कोर्ट के जरिए भी इसके निर्माण में बहुत देरी हो रही है, 2010 में इलाहाबाद कोर्ट के फैसले के बाद से ही ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है। जब मामला 3 सदस्य पीठ के पास पहुंचा, हम चाह रहे थे कि दिवाली से पहले कुछ शुभ समाचार मिलेगा। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने इसे टाल दिया है, ये उनका अधिकार है।
उन्होंने कहा कि जब कोर्ट से पूछा गया कि इसके बारे में आप कब बताएंगे, तो उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता अलग है. इस बात से हमें दुख पहुंचा है, सुप्रीम कोर्ट के जवाब से हिंदू समाज अपमानित महसूस करता है। सुप्रीम कोर्ट को इस मामले को जल्द से जल्द सुनें।
हम सुप्रीम कोर्ट के फैसलों की उपेक्षा नहीं है, लेकिन न्यायालय की जिम्मेदारी बनती है कि वे लोगों की भावनाओं का सम्मान करे। अगर कोई विकल्प नहीं बचता है, तो सरकार को इस पर भी विचार करना ही पड़ेगा।
उन्होंने इस दौरान संघ के विस्तार की जानकारी दी। भैयाजी जोशी ने कहा कि हम हमेशा कार्यकारी मंडल की बैठक में हम समीक्षा करते हैं, शाखा के विकास की बात होती है। पिछले 6 वर्षों से एक गति से आगे बढ़ रहे हैं, इतने समय में डेढ़ गुना काम बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि संघ हम जिले के आगे बढ़कर गांव, तालुका तक आगे बढ़ रहा है. ऐसी करीब 70000 यूनिट बनानी हैं। 32000 जगह तक पहुंच गए हैं। इसके अलावा भी स्कूल, सेल्फ हेल्प ग्रुप, अस्पताल के जरिए संघ कई जगहों पर काम कर रहा है।
आपको बता दें कि शुक्रवार को ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इस बैठक के खत्म होने पर संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी. भागवत के अलावा शाह कई अन्य संघ नेताओं से भी मिले। बताया जा रहा है कि भागवत और शाह के बीच हुई मुलाकात में राम मंदिर निर्माण के अलावा विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनावों के बारे में चर्चा हुई. अमित शाह गुरुवार देर रात ही मुंबई पहुंचे थे।