पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी जब मास्टर साहब की भूमिका में नजर आयें, तब नजारा निश्चित रूप से दिलचस्प हो जाता है। आज ऐसा ही नजारा दिखा गरियाबंद जिले के बारुका गांव के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में,जब यहां पुलिस महानिरीक्षक योजना एवं प्रबंध जी. पी. सिंह अचानक पहुंचकर बच्चों की क्लास लेने लगे अपने बीच पुलिस के बड़े अधिकारी को पाकर बच्चों की खुशी का ठिकाना न रहा। जी. पी. सिंह ने अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता मिशन के तहत इस गांव के स्कूल का दौरा कर वहां की शैक्षणिक गतिविधियों का निरीक्षण किया।
स्कूल में जी पी सिंह के द्वारा स्कूली बच्चों से शिक्षा से संबंधित जानकारी ली गई। इस दौरान उन्होनें कक्षा 6वीं, 7वीं एवं 8वीं के विद्यार्थियों का बौद्धिक विकास जानने की कोशिश की, उन्होंने कक्षा आठवीं के एक छात्र से गणित से संबंधित 15 का पहाड़ा पूछा,तो छात्र ने बड़ी निडरता के साथ 15 के पहाड़े को बिना रुके सही-सही पढ़ा। उस छात्र के आत्मविश्वास और प्रतिभा से प्रभावित होकर जी. पी. सिंह ने तत्काल छात्र को पुरस्कार स्वरूप पेन, पेंसिल, कॉपी, चॉकलेट आदि से पुरस्कृत कर छात्र को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने विद्यार्थियों की प्रतिभा एवं कौशल से उन्हें अवगत कराया और समस्त विद्यार्थियों के समक्ष उनके बौद्धिक विकास एवं शारीरिक विकास से संबंधित जानकारियां विस्तार से दी। आईजी जी. पी. सिंह ने कहा कि शिक्षक की भूमिका निभाना उनके लिये अनोखा अनुभव था उन्होने कहा कि पहेलियों के माध्यम से बच्चों से घुल मिलकर उनके बौद्धिक क्षमता का परीक्षण किया और उन्हें कैरियर के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिये,जिससे बच्चे काफी उत्साहित नजर आये।