भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करोड़ों फैन्स पूरी दुनिया में है। लेकिन उनका एक ऐसा फैन है जिसने उनको वोट देने के लिए ऐसा काम कर दिया जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। दरअसल इस फैन ने ऑस्ट्रेलिया में नौकरी छोड़ी दी और भारत आ गया। इस शख्स की ऑस्ट्रेलिया में नौकरी कोई छोटी बड़ी नहीं थी बल्कि अच्छी खासी थी।
उसे वोट डालने के लिए छुट्टी नहीं मिल रही थी इसके लिए उसे अपनी नौकरी छोड़ी दी और भारत आ गया मोदी को वोट डालने के लिए। हम कर्नाटक के सुधींद्र हेब्बार की बात कर रहे हैं जिसने पीएम मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं जिसके लिए वह अपनी ऑस्ट्रेलिया में नौकरी छोड़कर भारत आ गए।
एक खबर के मुताबिक सिडनी एयरपोर्ट पर सुधींद्र हेब्बार स्क्रीनिंग ऑफिसर के तौर पर काम कर रहे थे। जब उन्होंने वोटिंग वाले दिन के लिए छुट्टी अप्लाई की लेकिन उन्हें नहीं मिली तो उन्होंने अपनी नौकरी को ही छोडऩा सही समझा। सुधींद्र पीएम मोदी को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं यही वजह है कि वह भारत वोट करने अपनी नौकरी छोड़कर आए हैं।
ये शख्स है पीएम मोदी का जबरा फैन
सुधींद्र हेब्बार ने कहा है, मुझे 5 अप्रैल से 12 अप्रैल तक की छुट्टी मिली थी। मैं इन छुट्टियों को और नहीं बढ़ा सकता था, क्योंकि आने वाले दिनों में ईस्टर और रमजान की वजह से एयरपोर्ट पर भारी भीड़ होने वाली थी। साथ ही मैं किसी भी हालत में वोट करना चाहता था। इसलिए मैंने इस्तीफा देकर घर वापस लौटने का फैसला किया।
एमबीए की पढ़ाई सुधींद्र कर चुके हैं। सुधींद्र ने आगे कहा कि सिडनी में मैं दुनिया भर से आए लोगों के बीच काम करता हूं, जिसमें यूरोपियन और पाकिस्तानी भी शांमिल हैं। मुझे गर्व होता है जब वे कहते हैं कि भारत का भविष्य बहुत अच्छा है। मैं भारत की बदलती इमेज और इस कामयाबी का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दूंगा।
सुधींद्र ने आगे कहा कि मैं सीमा पर जाकर अपने देश की रक्षा तो नहीं कर सकता लेकिन वोट डालकर एक वोटर के फर्ज को तो निभा सकता हूं। वनौकरी पर सुधींद्र ने कहा, मैं ऑस्ट्रेलिया में परमानेंट रेजिडेंट कार्ड होल्डर हूं। मैं पहले भी सिडनी में रेलवे के साथ काम कर चुका हूं। इसलिए मुझे नहीं लगता कि दूसरी नौकरी खोजने में कोई दिक्कत आएगी।
खबरों के मुताबिक 2014 में लोकसभा चुनावों में सुधींद्र भारत 17 अप्रैल 2014 को वोट डालने आए थे और वापस फिर सिडनी में चले गए थे। उसी तरह से सुधींद्र इस बार के लोकसभा चुनावों के लिए वह आएं हैं और 23 मई को चुनाव के नतीजे आने के बाद वह वापस सिडनी जाकर दूसरी नौकरी की तलाश करेंगे।