पीएम मोदी की सुरक्षा मेंं भारी चूक के मामले में केंद्रिय गृह मंत्रालय ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी की गठन किया है। और जल्द ही कमेटी को अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय के सामने पेश करने का निर्देश दिया है। जानकारी के मुताबिक अमित शाह द्वारा गठित कमेटी में सुधीर सक्सेना, सचिव, सुरक्षा गृह मंत्रालय की जांच समिति का नेतृत्व करेंगे। अन्य सदस्यों में आईबी के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह, एसपीजी के आईजी एस सुरेश को शामिल किया गया है।
घटना होने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि पंजाब की काग्रेंस निर्मित सरकार को इस शर्मनाक घटना पर काग्रेंस के शीर्ष नेताओं को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक होने के बाद ट्वीट कर कहा था कि गृह मंत्रालय ने पंजाब में पीएम मोदी के सुरक्षा उल्लंघन पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी हैं और साथ ही पीएम मोदी के दौरे पर सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही अस्वीकार्य हैं। जवाबदेही तय की जाएंगी।
क्या हैं पूरा मामला
पीएम मोदी का रास्ता रोकने वाले सात किसान संगठन थे। जिन्होनें पीएम मोदी का काफिला हुसैनवाला जाते समय रास्ते पर प्रर्दशन कर दिया। जिस कारण पीएम मोदी २० मिनट इंतजार करने के बाद बैरंग वापस लौटना पड़। पीएम मोदी ने वापस बंठिडा पहुंचने के बाद खासी नाराजगी जाहिर की । और कहा था कि सीएम चन्नी को थैंक्स बोलना मैं वापस जिंदा लौट आया।
काफिला रूकने के दौरान एसपीजी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से भी संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कहा जा रहा है कि वो फोन पर नहीं आए. हालांकि केंद् सरकार और बीजेपी के आरोपों को कांग्रेस ने सिरे से खारिज कर दिया और इससे सुरक्षा में चूक मानने से भी इनकार कर दिय। आपको बता दे कि यह मामला अब और भी गहराता जा रहा हैं, आज पीएम मोदी की सुरक्षा में भारी चूक के मामले में सुप्रीमकोर्ट में याचिका भी दाखिल की गयी है।