भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) महानिदेशक एस एस देसवाल ने शनिवार को कहा कि जवानों को किसी भी राष्ट्रीय दायित्व के निर्वहन के लिए तैयार रहना चाहिए जो कोरोना वायरस प्रकोप के मद्देनजर उन्हें सौंपी जा सकता है।
आईटीबीपी प्रमुख देसवाल ने साथ ही कहा कि कोविड-19 को लेकर सुरक्षा दिशानिर्देशों का कठोरता से पालन किया जाना चाहिए।
आईटीबीपी के महानिदेशक देसवाल ने अपने बल के कर्मियों को इस संबंध में एक संदेश भेजा है।
आईटीबीपी में लगभग 90,000 कर्मी हैं जो मुख्य तौर पर चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा के लिए तैनात रहते हैं। ये बल विभिन्न आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों का निर्वहन भी करता है।
देसवाल ने कहा, ‘‘आईटीबीपी कठिन समय में राष्ट्र के लिए महान सेवा दे रहा है। प्रत्येक ‘हिमवीर’ (आईटीबीपी कर्मी) मौजूदा परिस्थितियों में सभी प्रकार की सेवाओं के लिए तैयार है।’
महानिदेशक ने कहा, ‘‘हमारा पहला प्रयास हमारे कर्मियों की रक्षा के लिए होना चाहिए। तभी हम देश की मदद कर पाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि हर इकाई को बिना देरी किए प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
देसवाल ने कहा, ‘सभी तरह की आपात स्थितियों के लिए तैयार रहें। ‘हिमवीर’ आत्म बलिदान और देश की मदद के लिए तैयार हैं।’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कोविड-19 से निपटने के लिए सभी दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल का पालन करने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा कि देश का आईटीबीपी पर बहुत भरोसा है।
बल के प्रमुख ने कहा, ‘‘हमें लोगों के विश्वास पर खरा उतरना होगा। तैयार रहें।’’
केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाला केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आईटीबीपी, कोविड-19 महामारी से प्रभावित या इससे संक्रमित लोगों के लिए दिल्ली में एक पृथक इकाई में लगभग 1,000 बिस्तरों का संचालन कर रहा है।