देश में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन जारी है। फिर भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। भारत में भारत में भी संक्रमितों और मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए सरकार के तरफ से हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। कोरोना मरीजों की संख्या 37336 पहुंच चुकी है। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को कहा कि आम लोगों कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में योगदान के तौर पर पैसे लिए जा रहे हैं और ऐसे में ‘पीएम केयर्स’ कोष का सरकारी ऑडिट होना चाहिए।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में लोगों से पीएम केयर्स कोष में 100-100 रुपये का योगदान देने से जुड़े जिला अधिकारी के एक कथित आदेश का हवाला देते हुए यह भी कहा कि देश के कई पूंजीपतियों के 68000 रुपये का कर्ज बट्टे खाते में डालने का भी हिसाब होना चाहिए। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘एक सुझाव: जब जनता त्राहिमाम कर रही है, राशन, पानी, नकदी की किल्लत है, सरकारी महकमा सबसे 100-100 रुपये पीएम केयर्स कोष के लिए वसूल रहा है तब हर नजरिए से उचित रहेगा कि पीएम केयर्स कोष का सरकारी ऑडिट भी हो।’’
..संकट के समय जनता के सामने पारदर्शिता महत्वपूर्ण है। इसमें दोनो जनता और सरकार की भलाई है। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 2, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘देश से भाग चुके बैंक चोरों के 68,000 करोड़ माफ हुए उसका हिसाब होना चाहिए। संकट के समय जनता के सामने पारदर्शिता महत्वपूर्ण है। इसमें जनता और सरकार दोनों की भलाई है।’’