पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को अपने मिग-21 विमान से मार गिराने वाले वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को युद्धकाल के तीसरे सर्वोच्च पुरस्कार वीर चक्र से और सेना की इंजीनियर कोर के रणबांकुरे प्रकाश जाधव (मरणोपरांत) को शांतिकाल के दूसरे सर्वोच्च पुरस्कार कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जायेगा।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के निकट बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर बमबारी करने वाले वायु सेना के पायलटों को भी वायु सेना पदक (वीरता) से नवाजा जायेगा।
इसके अलावा पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों के साथ हवा में संघर्ष के दौरान फाइटर कंट्रोलर की भूमिका निभाने वाली वायु सेना की स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल को भी युद्ध सेवा पदक से अलंकृत करने का निर्णय लिया गया है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के डिप्टी कमांडेंट हर्षपाल सिंह को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जायेगा।
तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने असाधारण वीरता के लिए आज 132 सैन्यकर्मियों को वीरता पुरस्कारों से अलंकृत किये जाने की घोषणा की। इन पुरस्कारों में दो कीर्ति चक्र, एक वीर चक्र, 14 शौर्य चक्र, 8 सेना पदक बार (वीरता), 90 सेना पदक (वीरता), पांच नौसेना पदक (वीरता),सात वायु सेना पदक (वीरता) और पांच युद्ध सेवा पदक शामिल हैं।
विंग कमांडर अभिनंदन ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने आये पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमानों में से एक को अपने मिग-21 विमान से मार गिराया था। गत 14 फरवरी को पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के निकट बालाकोट में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर बमबारी कर उन्हें ध्वस्त कर दिया था।
पाकिस्तान की वायु सेना ने इसके अगले ही दिन 27 फरवरी को सुबह भारतीय ठिकानों पर हमला करने के लिए अपने एफ -16 लड़कू विमानों को भेजा। भारतीय वायु सेना ने इस हमले को विफल कर दिया। इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग -21 लड़कू विमान में पाकिस्तान के एफ -16 लड़कू विमान का पीछा किया और उसे मार गिराया।
इस दौरान उनके विमान को भी दुश्मन ने मार गिराया और उन्हें पैराशूट के जरिये छलांग लगानी पड़ लेकिन दुर्भाज्ञ से वह पाकिस्तानी सीमा में उतरे जहां पाकिस्तान की सेना ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
भारत के सैन्य और कूटनीतिक दबाव के सामने झुकते हुए पाकिस्तान को विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ना पड़। विंग कमांडर अभिनंदन ने इस समूचे घटनाक्रम में बहादुरी और वीरता का परिचय दिया जिसके लिए उन्हें वीर चक्र से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।
सेना की इंजीनियर कोर के सैपर प्रकाश जाधव को जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड में बहादुरी के लिए कीर्ति चक्र दिया जा रहा है। वह गत 18 नवम्बर को आतंकवादियों के खिलाफ अभियान के दौरान शहीद हो गये थे। उन्हें मरणोपरांत इस सम्मान से नवाजा जा रहा है।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के डिप्टी कमांडेंट हर्षपाल सिंह को भी आतंकवादियों के साथ अभियान में अदम्य साहस और वीरता के प्रदर्शन के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जायेगा।
वायु सेना के कुल 13 जांबाजों को वीरता पदकों से सम्मानित किया जायेगा। जिनमें से एक को वीर चक्र, सात को वायु सेना पदक (वीरता) और पांच को युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जायेगा। सम्मानित किये जाने वाले वायु सैनिकों में कम से कम पांच पायलटों ने बालाकोट एयर स्ट्राइक में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी।
वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किये जाने वालों में ग्रुप कैप्टन सौमित्र तामस्कर (पायलट), विंग कमांडर प्रणव राज (पायलट), विंग कमांडर अमित रंजन (पायलट), स्क्वैड्रन लीडर राहुल बसौया (पायलट), स्क्वैड्रन लीडर पंकज अरविंद भूजादे (पायलट), स्क्वैड्रन लीडर बी कार्तिक नारायण रेड्डी (पायलट) और स्क्वैड्रन लीडर शशांक सिंह (पायलट) शामिल हैं।
युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किये जाने वालों में एयर कमोडोर सुनील काशीनाथ विधाते (पायलट), ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी (पायलट), ग्रुप कैप्टन हेमंत कुमार (पायलट), ग्रुप कैप्टन एच जे सिकेरा (पायलट) और स्क्वैड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल (फाइटर कंट्रोलर) शामिल हैं।
शौर्य चक्र पाने वालों में सेना की जम्मू कश्मीर राइफल्स के लेफ्टनेंट कर्नल अजय सिंह कुशवाहा, ईएमई के मेजर विभूति शंकर ढोंढियाल (मरणोपरांत), इंजीनियर कोर के कैप्टन महेश कुमार भूरे, पैरा स्पेशल फोर्स के लांस नायक संदीप सिंह (मरणोपरांत), सिपाही ब्रजेश कुमार (मरणोपरांत), ग्रिनेडियर्स के सिपाही हरि सिंह (मरणोपरांत), गढवाल राइफल्स के अजवीर सिंह चौहान और जम्मू कश्मीर लाइट इंफेन्ट्री के शिव कुमार (मरणोपरांत) शामिल हैं।
इसके अलावा नौसेना के अमित सिंह राणा, सीआरपीएफ के सिपाही एस डी श्रीराम, सिपाही जाकिर हुसैन, विशेष पुलिस अधिकारी आशिक हुसैन मलिक (मरणोपरांत), जम्मू कश्मीर पुलिस के हैड कांस्टेबल सुभाष चंद्र और उप निरीक्षक इमरान हुसैन टाक (मरणोपरांत) शामिल हैं।